बुध ग्रह: 9 जनवरी से बुध होगा ‘दक्षिणमार्गी’, देगा बंपर लाभ

L3zb9iwmnob0urywl4ietlozfxk9xcg4qlfqniy2

बुध अपनी घूर्णन दिशा बदल रहा है। ज्योतिष शास्त्र में ग्रह परिभ्रमण के मार्ग को ‘विकास’ कहा जाता है। बुध की गति में यह बदलाव 9 जनवरी, 2025 को शुरू होगा, जब बुध अपनी गति को दक्षिण की ओर बदलेगा। ज्योतिष में इसे ‘दक्षिणमार्गी’ कहा गया है। बुध की इस दक्षिण यात्रा का सभी 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। आइए जानते हैं इसका ज्योतिषीय महत्व क्या है और नौकरी, बिजनेस और जीवन पर क्या असर पड़ेगा?

 

 ‘दक्षिणी’ बुध का ज्योतिषीय महत्व

गुरुवार, 9 जनवरी, 2025 को सुबह 10:38 बजे बुध अपनी कक्षा को उलट देगा। इस दिन से बुध क्रांतिवृत्त पर दक्षिणी दिशा की ओर अपनी यात्रा शुरू करेगा। बुध को बुद्धि, संचार, व्यापार, साझेदारी, वित्तीय लाभ और तर्क का स्वामी और शासक माना जाता है। जब बुध दक्षिण दिशा में होता है तो इसका प्रभाव विशेष रूप से सकारात्मक होता है। पुराने कार्यों की समीक्षा और पुनर्गठन करने का यह सबसे अच्छा समय है। व्यक्ति को अपनी योजनाओं को सुधारने और बेहतर बनाने का मौका मिलता है. व्यापार और संचार बढ़ेगा, जिससे नए अवसरों के द्वार खुल सकते हैं।

रोजगार पर असर

 ‘दक्षिणमार्गी’ बुध का नौकरी और करियर पर अच्छा प्रभाव रहेगा। बुध के दिशा परिवर्तन से बुद्धि, संचार और समझ में वृद्धि होगी। आपके प्रदर्शन और प्रस्तुति में सुधार होगा। इससे आपको नई नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। जो लोग नौकरीपेशा हैं उनके लिए वेतन वृद्धि और पदोन्नति की प्रबल संभावना है।

कारोबार पर असर

 ‘दक्षिणायन’ बुध व्यवसाय में उन्नति एवं सफलता के संकेत दे रहा है। बुध के दिशा परिवर्तन से आपकी बुद्धि, संचार कौशल और निर्णय लेने की शक्ति में वृद्धि होगी। व्यापार में आर्थिक लाभ की अच्छी संभावना है। व्यापार में साझेदारी से तालमेल और विश्वास बढ़ने की संभावना है। नए सौदों और नेटवर्किंग के अवसरों की प्रबल संभावनाओं के साथ व्यावसायिक यात्राएँ और बैठकें सफल होंगी।