इमरान खान को कोर्ट से लगा करारा झटका पत्नी बुशरा बीबी संग 17 साल की सज़ा, पाकिस्तान की सियासत में भूचाल
News India Live, Digital Desk : पाकिस्तान की राजनीति में उथल-पुथल कोई नई बात नहीं है, लेकिन जब किसी पूर्व प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी को कोर्ट से इतने बड़े झटके लगते हैं, तो इसका असर दूर तक जाता है। हाल ही में, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) और उनकी पत्नी बुशरा बीबी (Bushra Bibi) को एक बड़ा झटका लगा है। एक भ्रष्टाचार के मामले में वहां की एक विशेष अदालत ने दोनों को 17 साल कैद की सज़ा सुनाई है, जिसके बाद से पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर हड़कंप मचा हुआ है।
आखिर क्या है यह तोशाखाना-2 मामला?
इमरान खान और बुशरा बीबी को यह सज़ा तोशाखाना-2 (Toshakhana-2) भ्रष्टाचार मामले में मिली है। इसे 'राज्य उपहार मामले' के रूप में भी जाना जाता है। इस मामले में आरोप थे कि इमरान खान ने अपने प्रधानमंत्रित्व काल (2018-2022) के दौरान विदेशी मेहमानों से मिले महंगे सरकारी उपहारों को तय नियमों का उल्लंघन करते हुए कम दामों पर बेच दिया या राज्य के खजाने में जमा कराए बिना ही अपने पास रख लिया। जिन उपहारों पर सवाल उठे उनमें सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान द्वारा 2021 में दिया गया एक महंगा बुलगारी ज्वेलरी सेट और अन्य महंगी घड़ियां भी शामिल थीं, जिनकी कुल कीमत कथित तौर पर 140 मिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक थी।
इस्लामाबाद की एक विशेष अदालत के न्यायाधीश शाहरुख अर्जुमंद ने रावलपिंडी की अदियाला जेल (Adiala Jail) के अंदर ही इस मामले पर अपना फैसला सुनाया। गौरतलब है कि इमरान खान और बुशरा बीबी दोनों पहले से ही जेल में बंद हैं। कोर्ट ने दोनों पर 10-10 मिलियन रुपये का भारी जुर्माना भी लगाया है। यदि वे यह जुर्माना नहीं भर पाते हैं तो उनकी सज़ा में और बढ़ोतरी हो सकती है। कोर्ट ने ये 17 साल की कुल सज़ा पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत 10 साल और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 7 साल की कड़ी कैद में विभाजित की है।
इमरान खान को लगा यह तीसरा बड़ा झटका
आपको बता दें कि यह तोशाखाना से जुड़े मामलों में इमरान खान की यह तीसरी सज़ा है। इससे पहले अगस्त 2023 में उन्हें एक स्थानीय अदालत ने 3 साल की सज़ा सुनाई थी, जबकि इसी जनवरी 2024 में खान और बुशरा बीबी को तोशाखाना-1 मामले में 14 साल की सज़ा मिली थी। इमरान खान और उनकी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इन सभी मामलों को अपने खिलाफ एक बड़ी साजिश बताया है। उनका दावा है कि ये मामले पूरी तरह से मनगढ़ंत और राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं। अब इस नए फैसले के खिलाफ इमरान खान और बुशरा बीबी हाईकोर्ट में अपील कर सकते हैं। यह देखना अहम होगा कि पाकिस्तान की सियासत में इन लगातार आ रहे फैसलों का आगे क्या असर पड़ता है।
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