टिकट चाहे कागज़ी हो या फ़ोनी ट्रेन में जाने से पहले पढ़ें ये 5 जरूरी रेलवे नियम, वर्ना हो सकती है दिक्कत
News India Live, Digital Desk : भारतीय रेलवे (Indian Railways) सिर्फ एक परिवहन साधन नहीं, बल्कि लाखों लोगों के लिए जीवनरेखा है। रोज़ाना करोड़ों लोग इससे सफर करते हैं। आजकल लोग फिजिकल (Physical) टिकट के साथ-साथ डिजिटल (Digital) टिकट का भी खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि दोनों तरह के टिकटों (tickets) के अपने अलग-अलग नियम (rules) होते हैं? अपनी यात्रा को आरामदायक और परेशानी-मुक्त बनाने के लिए आपको इन सभी नियमों की जानकारी ज़रूर होनी चाहिए, नहीं तो ट्रेन में बेवजह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
फिजिकल टिकट और उसके नियम:
जब आप रेलवे काउंटर से या किसी अधिकृत एजेंट से 'फिजिकल' यानी कागज़ वाला टिकट (paper ticket) खरीदते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है:
- मूल प्रति साथ रखें: आपको यात्रा के दौरान अपने टिकट की मूल प्रति हमेशा अपने साथ रखनी होगी। फोटोकॉपी या मोबाइल में ली गई तस्वीर अक्सर वैध नहीं मानी जाती।
- टीटीई चेकिंग: ट्रेन में ट्रैवल टिकट एग्जामिनर (TTE) जब टिकट चेक करें, तो उन्हें अपना फिजिकल टिकट दिखाना अनिवार्य है।
- हस्तांतरण (Transfer) नहीं: फिजिकल टिकट अक्सर हस्तांतरणीय नहीं होते, यानी कोई दूसरा व्यक्ति उस टिकट पर यात्रा नहीं कर सकता, जब तक कि रेलवे के विशेष नियम इसकी इजाजत न दें।
- गुम होने पर: अगर फिजिकल टिकट गुम हो जाता है, तो दिक्कत हो सकती है। इसे दोबारा इश्यू कराने के नियम कड़े होते हैं, और इसमें आपको फाइन भी देना पड़ सकता है।
डिजिटल टिकट (ई-टिकट/मोबाइल टिकट) और उसके नियम:
आजकल ज़्यादातर लोग डिजिटल टिकट, जैसे IRCTC से बुक किया गया ई-टिकट (e-ticket) या मोबाइल पर मिलने वाला टिकट (mobile ticket) का इस्तेमाल करते हैं। इनके नियम थोड़े अलग होते हैं:
- मोबाइल पर दिखाएं: डिजिटल टिकट की सबसे बड़ी सहूलियत यह है कि आपको इसकी प्रिंटआउट (printout) की ज़रूरत नहीं पड़ती। आप अपने स्मार्टफोन (smartphone) या लैपटॉप (laptop) पर भी टिकट टीटीई को दिखा सकते हैं।
- वैध आईडी प्रूफ (Valid ID Proof): डिजिटल टिकट के साथ यात्रा करते समय आपको एक वैध फोटो आईडी प्रूफ (जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस) अपने साथ रखना बेहद ज़रूरी है। टीटीई आईडी प्रूफ ज़रूर मांगते हैं, और इसके बिना आपका टिकट वैध नहीं माना जाएगा।
- PPR नंबर/टिकट SMS: कई बार टिकट के SMS को भी मान्य माना जाता है, जिसमें पीएनआर (PNR) नंबर और यात्रा की जानकारी होती है।
- बोर्डिंग स्टेशन (Boarding Station): डिजिटल टिकट पर भी आपका बोर्डिंग स्टेशन लिखा होता है, और वहीं से यात्रा शुरू करना होता है, जब तक कि आप उसमें पहले बदलाव न करवा लें।
अपनी अगली ट्रेन यात्रा से पहले इन सभी बातों का ध्यान ज़रूर रखें। चाहे फिजिकल टिकट हो या डिजिटल, पूरी जानकारी आपको परेशानी से बचाएगी और आपकी यात्रा को सुखद बनाएगी
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