थायराइड आजकल एक आम समस्या बन गई है। थायराइड असंतुलन हार्मोन, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव और आयोडीन की कमी के कारण भी होता है। अक्सर यह समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है।
थायरॉइड ग्रंथि हमारी गर्दन के पिछले हिस्से में मौजूद होती है और यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है लेकिन कभी-कभी इसकी प्रक्रिया धीमी होने लगती है और थायरॉइड की समस्या पैदा हो जाती है। थायराइड बढ़ने पर कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जैसे-
थकान : अत्यधिक थकान या थकान महसूस होना।
वजन में बदलाव : अचानक वजन कम होना या बढ़ना, जबकि आहार और व्यायाम सामान्य हैं।
जलन या गर्मी महसूस होना : बार-बार गर्मी महसूस होना या पसीना आना।
हाथ या पैर में सूजन : असामान्य सूजन या दर्द महसूस होना।
पाचन संबंधी समस्याएं: पेट में कब्ज, अपच या गैस बनना।
सोने या जागने में समस्याएँ : असामान्य नींद या अनिद्रा या बहुत अधिक नींद महसूस होना।
मानसिक समस्याएँ : बहुत अधिक चिंता करना, उदास महसूस करना या अन्य मानसिक समस्याओं का अनुभव करना।
थायराइड को नियंत्रित करने के लिए कुछ प्राकृतिक घरेलू उपचार हैं जो मददगार साबित हो सकते हैं।
1. नारियल तेल में मौजूद वसा और विटामिन ई थायराइड स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। आप इसे सलाद या भोजन में ड्रेसिंग के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
2. गुग्गुलु एक आयुर्वेदिक औषधि है जो थायराइड के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकती है।
3. अलसी के बीज में लिगनेन होता है जो थायराइड को कम करने में मदद करता है।
4. अश्वगंधा थायराइड के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है और इसके नियमित सेवन से शारीरिक और मानसिक तनाव कम होता है।
5. जायफल में मौजूद विटामिन सी, अन्य विटामिन और खनिज थायराइड स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
6. शंखपुष्पी भी थायराइड को संतुलित करने में मदद कर सकती है। शंखपुष्पी में एंटी-थायराइड गुण होते हैं, जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन को कम करके थायराइड ग्रंथि को ठीक से काम करने में मदद करते हैं।
7. भूमि आंवला एक प्राकृतिक औषधि है जो थायरॉयड ग्रंथि के कार्य को संतुलित करने में मदद कर सकती है।