कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को संसद में “फिलिस्तीन” लिखा हुआ बैग लेकर पहुंचकर सियासी हलचल मचा दी। इसके बाद मंगलवार को उन्होंने एक और नया बैग लेकर संसद में प्रवेश किया, जिस पर लिखा था “बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हों।” इस घटनाक्रम ने संसद के अंदर और बाहर राजनीतिक बहस को और तेज कर दिया है।
“पितृसत्ता” की मानसिकता पर प्रियंका गांधी का पलटवार
फिलिस्तीन वाले बैग को लेकर हुए विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी ने इसे “पितृसत्ता” का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा:
“अब मैं कौन से कपड़े पहनूंगी, यह कौन तय करेगा? यह विशिष्ट पितृसत्ता है कि आप यह भी तय करते हैं कि महिलाएं क्या पहनेंगी। मैं इससे सहमत नहीं हूं। मैं जो चाहूंगी, वही पहनूंगी।”
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि उनके रुख को स्पष्ट करने के लिए सोशल मीडिया पर उनके सभी बयान मौजूद हैं।
फिलिस्तीन बैग पर हंगामा क्यों?
प्रियंका गांधी सोमवार को संसद में “फिलिस्तीन” लिखे बैग के साथ पहुंचीं, जिस पर तरबूज का चित्र भी था, जो फिलिस्तीन के साथ एकजुटता का प्रतीक माना जाता है। बता दें कि प्रियंका गांधी पिछले साल अक्टूबर में हमास और इजरायल के बीच संघर्ष में इजरायली हमलों के खिलाफ मुखर रही थीं।
बीजेपी ने इस मुद्दे पर प्रियंका गांधी को निशाने पर लिया और सवाल किया कि वे बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ क्यों नहीं बोलतीं।
“बांग्लादेश” बैग के साथ नया संदेश
मंगलवार को प्रियंका गांधी संसद में “बांग्लादेश के हिंदुओं और ईसाइयों के साथ खड़े हों” लिखा बैग लेकर पहुंचीं। इस बार उन्होंने कांग्रेस सांसदों के साथ संसद परिसर में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
संसद में प्रियंका गांधी का बयान
लोकसभा में अपने पहले सत्र के दौरान प्रियंका गांधी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया।
उन्होंने शून्यकाल में कहा:
“सरकार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, हिंदुओं और ईसाइयों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा गंभीरता से उठाना चाहिए। इसे बांग्लादेश सरकार के साथ चर्चा करनी चाहिए ताकि पीड़ितों को राहत मिल सके।”
बीजेपी की प्रतिक्रिया
बीजेपी नेताओं ने प्रियंका गांधी के बैग को लेकर राजनीतिक नौटंकी करार दिया। राज्यसभा सांसद गुलाम अली खटाना ने कहा:
“लोग खबरों में आने के लिए ऐसी चीजें करते हैं। जब जनता उन्हें खारिज कर देती है, तो वे इस तरह की हरकतें करते हैं।”
समर्थकों और आलोचकों का नजरिया
- कांग्रेस समर्थकों ने प्रियंका गांधी की निडरता और सामाजिक मुद्दों पर बोलने के तरीके की सराहना की।
- वहीं, बीजेपी का आरोप है कि प्रियंका गांधी चुनावी फायदा उठाने के लिए प्रतीकात्मक कदम उठा रही हैं।