दिल्ली की हवा में फिर घुला जहर, धुंध और स्मॉग ने छीना सूरज, IMD ने बजाई खतरे की घंटी
News India Live, Digital Desk : अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और आज सुबह घर से बाहर निकले, तो यकीनन आपको अपनी आंखों में हल्की जलन और गले में खराश महसूस हुई होगी। देश की राजधानी का मौसम फिर से 'जानलेवा' हो गया है। कड़ाके की ठंड के साथ अब प्रदूषण और कोहरे (Smog) की दोहरी मार पड़ रही है। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि दिन के उजाले में भी धुंध की चादर ने सब कुछ ढक लिया है।
ये कोहरा नहीं, 'सफेद जहर' है!
हम जिसे सर्दी का कोहरा समझ रहे हैं, दरअसल वो 'स्मॉग' है यानी कोहरा और धुआं मिला हुआ। मौसम विभाग (IMD) ने स्थिति को देखते हुए दिल्ली के लिए 'येलो अलर्ट' (Yellow Alert) जारी कर दिया है। इसका आसान शब्दों में मतलब है "सावधान रहें, हालात और खराब हो सकते हैं।"
विजिबिलिटी (दृश्यता) इतनी कम हो गई है कि सुबह के वक्त सड़क पर 100 मीटर दूर की गाड़ी देखना भी मुश्किल हो रहा है। सिर्फ गाड़ियां ही नहीं, इसका सीधा असर हवाई सफर और ट्रेनों पर भी पड़ा है। कई उड़ाने लेट हैं और ट्रेनें कछुए की रफ्तार से चल रही हैं।
सांस लेना मतलब 20 सिगरेट पीना?
सबसे ज्यादा डराने वाली बात है हवा की गुणवत्ता (AQI)। दिल्ली के कई इलाकों खासकर आनंद विहार, बवाना और मुंडका में AQI का मीटर 400 के करीब या उससे पार जा चुका है। डॉक्टर इसे 'मेडिकल इमरजेंसी' जैसे हालात बताते हैं। बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह हवा किसी जहर से कम नहीं है।
लोगों का कहना है कि घर के अंदर भी अब प्यूरीफायर लाल बत्ती दिखा रहे हैं। आँखों से पानी आना और सांस लेने में भारीपन महसूस होना अब आम बात हो गई है।
अब क्या करें? (थोड़ी सी सावधानी)
हालात जब तक नहीं सुधरते, हमें अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी:
- मॉर्निंग वॉक बंद: सुबह की सैर को कुछ दिन के लिए टाल दें, क्योंकि उस वक्त हवा सबसे भारी और जहरीली होती है।
- मास्क लगाएं: अगर बाहर निकलना मजबूरी है, तो एन-95 (N95) मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। रुमाल या साधारण कपड़ा इस बारीक प्रदूषण (PM 2.5) को नहीं रोक पाएगा।
- गाड़ी धीरे चलाएं: सड़कों पर कोहरा घना है, इसलिए अपनी गाड़ी की फॉग लाइट्स ऑन रखें और रफ्तार कम रखें।
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