भोपाल, 21 अगस्त (हि.स.)। ऑल इंडिया उलामा बोर्ड ने अभिनेत्री राइमा सेन, विनय पाठक और सलीम दीवान की नौ अगस्त को रिलीज हुई फिल्म ‘आलिया बासु गायब है’ में अभिनेता सलीम दीवान के समलैंगिक का किरदार निभाने पर ऐतराज जताया है। संगठन ने फिल्म के अभिनेता के खिलाफ फतवा जारी करने के साथ ही तमाम मुसलमानों से फिल्म का विरोध करने की अपील की है।
उलामा बोर्ड के प्रदेशाध्यक्ष सैयद अनस अली ने बुधवार को एमपी नगर स्थित एक निजी होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि फिल्म में मुस्लिम अभिनेता सलीम दीवान ने एक समलैंगिक का किरदार निभाया है। हालांकि, फिल्म में यह किरदार किसी अन्य धर्म का अनुयायी है, परंतु सलीम मुस्लिम धर्म से जुड़े हुए हैं और इस्लाम में समलैंगिकता को हराम बताया गया है। इसके बावजूद सलीम ने फिल्म में एक समलैंगिक का किरदार निभाया। यह इस्लाम और शरीयत के सख्त खिलाफ है। अनस अली के साथ बोर्ड के अन्य पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता में सलीम के खिलाफ फतवा भी जारी किया।
बोर्ड के प्रदेशाध्यक्ष अनस ने कहा कि हमारा विरोध सिर्फ अभिनेता सलीम से है, न कि फिल्म से। उन्होंने कहा कि फिल्मों के माध्यम से लगातार लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। सेंसर बोर्ड को इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए। बोर्ड में एक अलग से विंग बने, जो सिर्फ धार्मिक पहलुओं की जांच करे। इस फिल्म के माध्यम से इस्लाम धर्म को मानने वालों की भावनाएं आहत हुई हैं। हम पूरे देश में अभिनेता सलीम के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
फिल्म “आलिया बासु गायब है” एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर है, जो नौ अगस्त को देशभर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। फिल्म का निर्देशन प्रीति सिंह ने किया है, जबकि राइमा सेन, विनय पाठक और सलीम दीवान फिल्म में प्रमुख भूमिकाओं में हैं। फिल्म एक बिजनेसमैन की बेटी की किडनैपिंग पर आधारित है। राइमा ने फिल्म में बिजनेसमैन की बेटी आलिया बासु का पात्र निभाया है। फिल्म में विनय पाठक और सलीम दीवान विक्रम व दीपक के रूप में किडनैपर बने हुए हैं।