Anupama 19th December Written Update : आग में जला रजनी का घमंड, अनुपमा के कान्हा जी ने फिर दिखाया अपना जादू

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News India Live, Digital Desk: स्टार प्लस के नंबर वन शो 'अनुपमा' (Anupama) के आज के एपिसोड में फैंस को वो ज़बरदस्त ट्विस्ट देखने को मिला, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। आज के एपिसोड में इमोशन भी था, ड्रामा भी और ईश्वर का एक ऐसा इशारा भी, जिसने बाजी पलट कर रख दी। जहां एक तरफ रजनी अपनी चालाकी पर इतरा रही थी, वहीं दूसरी तरफ किस्मत ने ऐसा पासा फेंका कि सब धरा का धरा रह गया।

अगर आप आज टीवी के सामने नहीं बैठ पाए, तो टेंशन न लें। यहाँ जानिए पूरे एपिसोड की कहानी एकदम आसान शब्दों में।

1. अनुपमा पर चॉल वालों का 'अंधा विश्वास'
कहानी की शुरुआत होती है पूर्वी छाया चॉल से। अनुपमा ने चॉल के सभी रहवासियों को इकट्ठा किया। उसका मकसद था भारती और वरुण के रिश्ते की खुशखबरी देना और साथ ही रि-डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट पेपर्स (फाइल) पर साइन लेना।
चॉल के लोग अनुपमा को कितना मानते हैं, यह आज साफ दिखा। उन्होंने पेपर्स पढ़े बिना ही साइन कर दिए। उनका कहना था— "अनु दीदी, अगर आप कह रही हैं तो इसमें हमारा भला ही होगा।"

2. रजनी की खुशी और सुनहरे सपने
इधर अनुपमा ने रजनी को वीडियो कॉल करके खुशखबरी दी। उसने फ़ाइल दिखाई और बताया कि सबके साइन हो गए हैं। यह सुनते ही रजनी और उसका बेटा वरुण सातवें आसमान पर उड़ने लगे। रजनी को अपनी आंखों के सामने चॉल टूटती और बड़ी इमारतें बनती दिखाई देने लगीं। उसे लगा कि अनुपमा जैसी 'सीधी-सादी' औरत को मोहरा बनाकर उसने जंग जीत ली है।

3. कहानी में ट्विस्ट: सब कुछ हुआ 'स्वाहा'
साइन होने के बाद, फाइल को आगे की सरकारी मंजूरी के लिए अधिकारी (तावड़े) के पास भेजा गया। फाइल वहां पहुंची भी, लेकिन तभी हुआ बड़ा हादसा!
खबर आई कि तावड़े के ऑफिस/घर में शॉर्ट सर्किट या एसी (AC) फटने से भीषण आग लग गई। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई, लेकिन वो 'कीमती फाइल' उस आग में जलकर राख हो गई।

4. दो चेहरे, दो रिएक्शन
इस घटना ने अनुपमा और रजनी के असली चेहरों को दिखा दिया।

  • अनुपमा: जैसे ही उसे पता चला कि आग लगी थी, उसका दिल बैठ गया। लेकिन जब सुना कि किसी की जान नहीं गई, तो उसने हाथ जोड़कर अपने कान्हा जी का शुक्रिया अदा किया। "हे ईश्वर! कागज जले तो क्या हुआ, इंसान बच गए, यही काफी है। कागज तो फिर बन जाएंगे।" अनुपमा अभी भी अनजान है कि यह आग दरअसल उसके चॉल वालों के लिए वरदान थी।
  • रजनी का तांडव: दूसरी तरफ, फाइल जलने की खबर मिलते ही रजनी 'काली' बन गई। उसका पारा चढ़ गया। उसने गुस्से में अपना फोन तक पटक दिया। उसे फाइल जलने का नहीं, बल्कि अपना करोड़ों का काम अटकने का ग़म था। वो समझ गई कि अब दोबारा साइन कराना आसान नहीं होगा।

आगे क्या होगा?
रजनी अब बौखला गई है। पराग कोठारी (बिल्डर) के सामने अपनी इज्जत बचाने के लिए वो अब कौन सी नई चाल चलेगी? क्या वो अब जबरदस्ती करेगी या अनुपमा को ब्लैकमेल?

दोस्तों, आज का एपिसोड यह बताता है कि "जाको राखे साइयां, मार सके न कोय।" अनजाने में ही सही, लेकिन अनुपमा की भक्ति ने चॉल को बिकने से कुछ वक्त के लिए बचा लिया है।

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