जीतन राम मांझी का स्वैग विरोधियों को ललकारा, कहा मुझे बदनाम करना आसान नहीं, मांझी अब ब्रांड है

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News India Live, Digital Desk : बिहार की राजनीति में अगर कोई ऐसा नेता है जो अपने बयानों से हमेशा हेडलाइन्स में बना रहता है, तो वो हैं 'हम' (HAM) सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi)। मांझी जी जब भी मुँह खोलते हैं, तो कुछ न कुछ ऐसा बोल जाते हैं कि चर्चा शुरू हो जाती है। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। इस बार मांझी जी एक वायरल वीडियो पर अपनी सफाई दे रहे थे, लेकिन उनका अंदाज़ देखकर लग रहा था कि वो 'डिफेंस' में नहीं, बल्कि 'अटैक' मोड में हैं।

क्या है वो '2700 वोट' वाला वायरल वीडियो?
दरअसल, सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से मांझी जी का एक वीडियो खूब घूम रहा है। इस वीडियो में ऐसा लगता है कि वो कह रहे हैं "मैं 2700 वोटों से चुनाव हार गया था, फिर भी मुझे जीत का सर्टिफिकेट मिल गया।"
बस फिर क्या था! विरोधियों ने इसे मुद्दा बना लिया कि मांझी जी ने खुद कबूल कर लिया कि उनकी जीत में धांधली हुई थी।

मांझी का पलटवार: "भैया, वीडियो फेक है!"
अब मांझी जी ने इस पर चुप्पी तोड़ी है और जो जवाब दिया है, वो सुनने लायक है। उन्होंने साफ़ लफ़्ज़ों में कहा कि यह वीडियो फर्जी (Fake) है और इसे 'एडिट' (Edit) करके बनाया गया है।
उन्होंने कहा, "लोग मेरी बात के मतलब को बदलकर पेश कर रहे हैं। क्लिप को बीच से काटकर चलाया जा रहा है ताकि मुझे बदनाम किया जा सके।"

"मैं ब्रांड हूँ, इसलिए मेरे पीछे पड़े हैं"
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए मांझी ने एक डायलॉग मारा जिसने सबको हैरान कर दिया। उन्होंने कहा, "जीतन राम मांझी अब एक ब्रांड (Brand) बन चुका है।"
उनका कहना है कि चूंकि अब वो एक बड़े नेता और 'ब्रांड' बन गए हैं, इसलिए लोग (विरोधी) जानबूझकर उन्हें नीचा दिखाने और बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका तर्क है कि अगर वो कोई छोटी-मोटी हस्ती होते तो कोई उनके बारे में बात भी नहीं करता, लेकिन अब उनका कद बढ़ गया है, इसलिए साजिशें हो रही हैं।

पहले भी रहे हैं चर्चा में
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब मांझी अपने बयानों को लेकर घेरे में आए हों। कभी शराब पर बयान, तो कभी धर्म पर—मांझी जी का "यू-टर्न" और "बेबाक बोल" बिहार की राजनीति का मसाला बढ़ाता रहता है। लेकिन इस बार उन्होंने साफ कर दिया है कि चुनाव आयोग के सर्टिफिकेट पर सवाल उठाने वाले लोग सिर्फ एडिटिंग का खेल खेल रहे हैं।

खैर, वीडियो असली हो या नकली, लेकिन मांझी जी के "मैं ब्रांड हूँ" वाले बयान ने सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ तो ला ही दी है।

आपको क्या लगता है? क्या सच में मांझी बिहार की राजनीति का सबसे बड़ा 'ब्रांड' बन गए हैं? कमेंट्स में अपनी राय ज़रूर दें!

 

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