राजस्थान स्टिंग ऑपरेशन रितु बनावत के पति और 40 लाख की डील का सच क्या है? जांच टीम ने मौके पर जाकर खोदे गड़े मुर्दे
News India Live, Digital Desk : राजस्थान के सियासी गलियारों में इन दिनों बस एक ही चर्चा है 'स्टिंग ऑपरेशन' (Sting Operation)। कल तक जो निर्दलीय विधायक रितु बनावत (Ritu Banawat) अपनी तेज-तर्रार छवि और 'लेडी सिंघम' वाले अंदाज के लिए जानी जाती थीं, आज वो एक कथित 'कमीशन कांड' के चलते शक के कटघरे में खड़ी हैं।
मामला मीडिया की सुर्खियों से निकलकर अब जमीन पर आ गया है। सरकारी महकमे (प्रशासन) की गाड़ियां जांच के लिए उनके इलाके बयाना (Bayana), भरतपुर में दौड़ रही हैं। आखिर क्या है यह पूरा माजरा जिसने विधानसभा से लेकर सड़क तक हड़कंप मचा दिया है? आइए, आसान भाषा में समझते हैं।
क्या है 40% कमीशन और स्टिंग का मामला?
हाल ही में एक निजी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया था, जिसमें दावा किया गया कि राजस्थान के कुछ विधायक (जिनमें रितु बनावत का भी नाम है) विकास कार्यों के बदले 40% तक कमीशन (रिश्वत) मांगने की बात कर रहे हैं।
इस स्टिंग में रितु बनावत के पति, ऋषि बंसल, कथित तौर पर एक डील के तहत 40 लाख रुपये की बात करते हुए कैद हुए थे। यह आरोप लगने के बाद जनता हैरान है कि क्या विकास का पैसा ऐसे बंदरबांट हो रहा है?
बयाना में ताबड़तोड़ एक्शन: फाइलें जब्त
इस खुलासे के बाद भरतपुर प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया है। 'कार्रवाई' का दौर शुरू हो चुका है:
- टीम पहुंची मौके पर: भरतपुर जिला परिषद के सीईओ के आदेश पर एक स्पेशल टीम ने बयाना पंचायत समिति पर धावा बोला।
- किस चीज़ की जांच? टीम ने विशेष रूप से सीदपुर (Seedpur) ग्राम पंचायत के रिकॉर्ड खंगाले हैं। यहाँ विधायक निधि से स्वीकृत करीब 80 हैंडपंपों और स्कूलों में भेजी गई दरी-पट्टियों और फर्नीचर की फाइलें जब्त कर ली गई हैं।
- फिजिकल वेरिफिकेशन: अधिकारी अब सिर्फ़ कागज़ नहीं देख रहे, बल्कि मौके पर जाकर गिन रहे हैं कि क्या सच में 80 हैंडपंप लगे हैं? क्या सामान की क्वालिटी सही है या घटिया माल सप्लाई करके पैसा खाया गया?
रितु बनावत का पलटवार: "ये सब फेक है!"
जहां एक तरफ प्रशासन जांच कर रहा है, वहीं विधायक रितु बनावत ने इसे एक बड़ी राजनीतिक साजिश बताया है।
- CBI जांच की चुनौती: रितु ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि राज्य एजेंसियों पर भरोसा नहीं, इस पूरे मामले की सीबीआई (CBI) जांच कराई जाए।
- एडिटेड वीडियो: उनका और उनके पति का दावा है कि वीडियो डीपफेक या एडिटेड है। उनका कहना है कि बातचीत के संदर्भ को बदलकर उन्हें फंसाया जा रहा है।
अब आगे क्या?
यह मामला काफी गंभीर हो चला है। विधानसभा की सदाचार समिति (Ethics Committee) भी इस मामले को देख रही है। अगर जांच में यह साबित हुआ कि सामान सप्लाई में गड़बड़ी थी या हैंडपंप सिर्फ कागजों में लगे थे, तो रितु बनावत की मुश्किलें बहुत बढ़ सकती हैं। बयाना की जनता अब उस जांच रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है जो 'दूध का दूध और पानी का पानी' करेगी।
दोस्तों, जनता एक-एक पैसा टैक्स में देती है ताकि उनके इलाके में हैंडपंप लगे और सड़कें बनें। अगर उसमें भी कमीशनबाजी हो, तो सवाल उठना लाज़िमी है।
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