बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद संकट में ये किंगमेकर पार्टी, चुनाव से पहले पांच विधायकों ने दिया इस्तीफा

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JJP पार्टी के पांच विधायकों ने दिया इस्तीफा: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा के 24 घंटे के भीतर जननायक जनता पार्टी (JJP) के चार विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद आज (18 अगस्त) पांचवें विधायक ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है. जेजेपी बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग ने इस्तीफा दे दिया है, जेजेपी पार्टी ने पहले जोगीराम पर बीजेपी पार्टी में रहने का आरोप लगाया था. इसके अलावा जेजेपी पार्टी ने जोगीराम और रामनिवास सुरजाखेड़ा को अयोग्य ठहराने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था. इन सबके बीच बीजेपी में जोगीराम का टिकट तय माना जा रहा है. इससे पहले उकलाना से विधायक अनूप धानक, टोहाना से विधायक देवेन्द्र बबली, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह और शाहाबाद से विधायक रामकरण काला ने इस्तीफा दे दिया था।

 

बीजेपी में जोगीराम का टिकट तय

भाजपा से बरवाला से जोगीराम का टिकट तय माना जा रहा है। इन सबके बीच जेजेपी पार्टी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए जोगीराम ने इस्तीफा दे दिया क्योंकि उन्हें बीजेपी में टिकट मिलना तय था. विधायक जोगीराम और रामनिवास ने लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में प्रचार किया था। हालांकि, इन लोगों ने तब तक पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया था, लेकिन पार्टी इन्हें कार्यक्रमों में नहीं बुला रही थी. अब जोगीराम ने इस्तीफा दे दिया है.

10 में से तीन विधायक ही जेजेपी पार्टी में रह गए

2019 में 10 विधायकों के साथ किंगमेकर बनी जेजेपी पार्टी के पास अब सिर्फ तीन विधायक हैं. इनमें जींद के उचना कलां से विधायक दुष्‍यंत चौटाला, उनकी मां बाढड़ा से विधायक नैना चौटाला और जुलाना से विधायक अमरजीत ढांडा शामिल हैं। चूंकि जेजेपी के पास 10 विधायक हैं, इसलिए बीजेपी ने उसकी मदद से राज्य में साढ़े चार साल तक सरकार चलाई. 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान जेजेपी ने उन नेताओं को विधानसभा में पहुंचाने का काम किया, जिन्हें विभिन्न राजनीतिक दलों ने टिकट नहीं दिया था. वहीं, 12 मार्च को बीजेपी-जेजेपी पार्टी का गठबंधन टूटने के बाद से जेजेपी पार्टी बिखरती जा रही है.

 

यह कोई नई बात नहीं है, चुनाव के दौरान ऐसा ही होता है।’

पार्टी से विधायकों के इस्तीफे पर डाॅ. अजय चौटाला बेफिक्र नजर आए. उन्होंने कहा, ‘यह कोई नई बात नहीं है, चुनाव के दौरान ऐसा होता रहता है. हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन पार्टी छोड़ रहा है. कांग्रेस के पास प्रत्येक विधानसभा में 10 टिकटार्थी हैं। अब कांग्रेस में भी ऐसी ही भगदड़ मचेगी.’ इसके साथ ही अजय चौटाला ने गठबंधन की संभावना पर कहा कि, ‘संभावना हमेशा छिपी रहती है.’