हेल्थ टिप्स: इस 1 काढ़ा पीने से दूर हो जाएंगी कोलेस्ट्रॉल, शुगर, तनाव समेत 5 बीमारियां, जानिए कैसे

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हेल्थ टिप्स: नागर वेल के पत्तों का उपयोग अधिकतर पत्तों के रूप में किया जाता है। अगर आप इस पत्ते को केवल चाभी के साथ खाते हैं तो इसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। वहीं अगर इस पत्ते में नींबू, कैथो, सुपारी, तंबाकू जैसी चीजें मिलाकर खाई जाएं तो यह हानिकारक होती है। ऐसे में पत्तियों का इस्तेमाल करने की बजाय अगर आप इनका काढ़ा बनाकर सेवन करते हैं तो यह शरीर के लिए सेहतमंद साबित होता है। नागरवेल के पत्तों से बना काढ़ा सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह काढ़ा ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर सर्दी-खांसी की समस्या को खत्म कर सकता है. अगर आप इस पत्ते का काढ़ा पीते रहेंगे तो आपको 5 समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। 

पत्तों का काढ़ा पीने से ये स्वास्थ्य समस्याएं दूर हो जाती हैं

1.इस पत्ते का काढ़ा पीने से बैड कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इस पत्ते में मौजूद यूजेनॉल में उच्च लिपिड स्तर को नियंत्रित करने का गुण होता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखता है। इस काढ़े को पीने से हृदय संबंधी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। 

2. इस पत्ते का काढ़ा पीने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. इस पत्ते में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को भी कम कर सकते हैं। अगर आप शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कम करना चाहते हैं तो इस काढ़े का सेवन शुरू कर दें। 

3. इस पत्ते का काढ़ा पीने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां कम हो जाती हैं। साथ ही फेफड़ों में सूजन या अन्य समस्या हो तो उसे भी दूर किया जा सकता है। इस पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में कारगर होते हैं। 

4. इस पत्ते के काढ़े का सेवन करने से तनाव और चिंता भी कम हो सकती है। इसकी पत्ती का काढ़ा पीने से शरीर में कैटेचोल माइन्स रिलीज होता है जो तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को कम कर सकता है। 

5. पाचन से जुड़ी समस्या होने पर भी इस पत्ते का काढ़ा पीना चाहिए। यह आंत के स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसके पत्ते का काढ़ा पीने से यदि पाचन संबंधी कब्ज हो तो वह भी दूर हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप अपच, गैस, सूजन जैसी समस्याएं नहीं होती हैं। 

काढ़ा कैसे बनाएं?

इन पत्तियों का काढ़ा बनाने के लिए एक गिलास पानी में पत्तियों के दो से तीन टुकड़े डालें। इसके बाद पानी को धीमी आंच पर उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छानकर ठंडा कर लें, फिर इस पानी को पी लें।