विधान परिषद सत्र का एजेंडा तय: केशव मौर्य बोले- "विपक्ष के हर सवाल का देंगे जवाब", हंगामे की बजाय चर्चा पर जोर

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- प्रभावी, सुचारु एवं जनहितकारी बनाने के लिए सभी पक्षों के सहयोग की आवश्यकता, श्री केशव प्रसाद मौर्य।

- लोकतांत्रिक मूल्यों, संसदीय मर्यादाओं तथा सदन की गरिमा बनाए रखने पर विशेष बल, नेता सदन श्री मौर्य।

आज दिनांक 18.12.2025 को लखनऊ में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की कार्य-परामर्शदात्री समिति की महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन विधान परिषद परिसर में किया गया, बैठक में मा. सभापति विधान परिषद श्री कुंवर मानवेंद्र सिंह जी की अध्यक्षता में नेता सदन, विधान परिषद, श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के मा. कैबिनेट मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना जी सहित समिति के अन्य माननीय सदस्यगण भी उपस्थित रहे।
श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने शीतकालीन सत्र प्रारम्भ पर चर्चा की और पक्ष/विपक्ष के विषयों को गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया और विश्वास दिलाया कि सभी के प्रश्नों का प्रतिउत्तर समयावधि में पटल पर निर्णय हेतु प्रस्तुत किये जाएगें। बैठक के दौरान विधान परिषद की आगामी कार्यवाही, सत्र संचालन, प्रश्नकाल, शून्यकाल, विधायी कार्यों की रूपरेखा तथा सदन की समय-सारिणी से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।

उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य जी ने कहा कि विधान परिषद की कार्यवाही को और अधिक प्रभावी, सुचारु एवं जनहितकारी बनाने के लिए सभी पक्षों के सहयोग से संतुलित एवं व्यवस्थित कार्य-योजना आवश्यक है। उन्होंने लोकतांत्रिक मूल्यों, संसदीय मर्यादाओं तथा सदन की गरिमा बनाए रखने पर विशेष बल देते हुए कहा कि सार्थक चर्चा के माध्यम से जनकल्याण से जुड़े विषयों को प्रमुखता दी जानी चाहिए, जिससे प्रदेश की जनता को प्रत्यक्ष लाभ मिल सके।

मा. सभापति श्री कुंवर मानवेंद्र सिंह जी ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों के सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि कार्य-परामर्शदात्री समिति का उद्देश्य सदन की कार्यवाही को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करना है। मा. कैबिनेट मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना जी ने भी अपने विचार रखते हुए विधान परिषद की कार्यकुशलता बढ़ाने हेतु आवश्यक बिंदुओं पर प्रकाश डाला।

बैठक सौहार्दपूर्ण एवं सकारात्मक वातावरण में संपन्न हुई, जिसमें विधान परिषद की आगामी कार्यवाही को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय एवं सहमति बनी।

रतन सिंह, सूचना अधिकारी,

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