केकेआर और ओंटेरियो टीचर्स पेंशन फंड (ओटीपीपी) भारत में हाईवेज इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट (एचआईटी) में 5,000-6,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रहे हैं। एचआईटी के पास कई महत्वपूर्ण रोड प्रोजेक्ट्स हैं, जिन्हें वह ऑपरेट करता है। इस निवेश से एचआईटी को अपने रोड पोर्टफोलियो के विस्तार और अधिग्रहण के लिए मदद मिलेगी।
- केकेआर एक प्रमुख प्राइवेट इक्विटी फंड है।
- ओटीपीपी कनाडा स्थित एक पेंशन फंड है।
- एचआईटी इनविट के लिए केकेआर स्पॉन्सर है, जबकि ओटीपीपी इसका दूसरा सबसे बड़ा शेयरहोल्डर है।
पीएनसी इंफ्राटेक से 12 रोड प्रोजेक्ट्स का अधिग्रहण
एचआईटी इनविट पीएनसी इंफ्राटेक से 12 रोड प्रोजेक्ट्स का अधिग्रहण करने की तैयारी कर रहा है, जिसकी कुल वैल्यू 9,000 करोड़ रुपये है।
- दो बड़े रोड प्रोजेक्ट्स का अधिग्रहण भी प्रस्तावित है, जिनकी वैल्यू 15,000 करोड़ रुपये से अधिक है।
- केकेआर और ओटीपीपी का निवेश इन अधिग्रहणों को वित्तीय मदद देगा।
- केकेआर और पीएनसी के बीच इस अधिग्रहण का एग्रीमेंट जनवरी 2024 में हुआ था।
NHAI और यूपी स्टेट हाईवे प्रोजेक्ट्स
एचआईटी के पोर्टफोलियो में शामिल प्रमुख प्रोजेक्ट्स:
- NHAI के 11 हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) प्रोजेक्ट्स।
- एक टोल रोड: उत्तर प्रदेश स्टेट हाईवे अथॉरिटी (UPSHA) का।
- कुल रोड नेटवर्क: 3,800 लेन किलोमीटर।
- प्रोजेक्ट्स की भौगोलिक स्थिति:
- राजस्थान
- उत्तर प्रदेश
- मध्य प्रदेश
- कर्नाटक
टीओटी बंडल-16 का अधिग्रहण
एचआईटी जल्द ही NHAI के टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर (TOT) बंडल-16 का अधिग्रहण करने जा रहा है।
- बंडल वैल्यू: 6,661 करोड़ रुपये।
- स्थान: तेलंगाना में NH-44 पर हैदराबाद-नागपुर के बीच 252 किलोमीटर का स्ट्रेच।
एचआईटी के पोर्टफोलियो में 14 एसेट्स
अधिग्रहण के बाद एचआईटी भारत में सबसे बड़ा रोड ऑपरेटिंग इनविट बन जाएगा।
- वर्तमान पोर्टफोलियो: 14 एसेट्स।
- कुल लंबाई: 3,435 किलोमीटर।
- राज्य: 9 राज्यों में फैला हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक, केकेआर और ओटीपीपी का लगभग 70 करोड़ डॉलर (5,000-6,000 करोड़ रुपये) का निवेश 2025 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।