रांची में गरजा बुलडोज़र 3 घंटे चला एक्शन, हड़कंप मचा पर क्यों?
News India Live, Digital Desk: आपने अक्सर सुना होगा कि जब अवैध अतिक्रमण हटाया जाता है, तो कितनी अफरा-तफरी मच जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ झारखंड की राजधानी रांची में, जहाँ सरकारी ज़मीन को कब्ज़े से छुड़ाने के लिए प्रशासन का बुलडोज़र पूरे 3 घंटे तक गरजा! ये कोई छोटा-मोटा ऑपरेशन नहीं था, बल्कि बहुत बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई, जिससे इलाके में घंटों तक हड़कंप मचा रहा.
तो क्या था पूरा मामला?
दरअसल, रांची के बड़गाईं अंचल, होटवार मौजा, हेहल अंचल, गाड़ी मौजा, इटकी मौजा और पिस्का मौजा में वर्षों से सरकारी ज़मीन पर अवैध रूप से कब्ज़ा कर के निर्माण किए गए थे. ये सिर्फ़ छोटे-मोटे झोपड़े नहीं, बल्कि स्थायी दुकानें, घर और बड़ी-बड़ी बिल्डिंगें बना ली गई थीं. ये कब्ज़ा करने वाले कई बार गरीब तबके के होते हैं, तो कई बार ऐसे भी जो जानते हुए सरकारी ज़मीन पर कुंडली मार लेते हैं.
कैसे हुआ ये 'महा-अभियान'?
बड़ी बात यह है कि ये कार्रवाई राँची डीसी और एसएसपी के सीधे निर्देश पर हुई है. ऐसे अभियानों में पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी रहती है. सुरक्षा व्यवस्था के पूरे इंतज़ाम थे ताकि कोई अप्रिय घटना न हो और किसी भी तरह के विरोध को टाला जा सके. प्रशासन ने अवैध निर्माण को एक-एक करके तोड़ना शुरू किया. तीन घंटे तक लगातार चले इस अभियान में बुलडोजर एक के बाद एक निर्माण को ध्वस्त करता चला गया. इस कार्रवाई से अवैध कब्ज़ा करने वालों में तो डर का माहौल था, वहीं आम लोग इसे सही कदम बता रहे हैं.
और आगे क्या?
फिलहाल तो कई हेक्टेयर सरकारी ज़मीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है, जिससे सरकारी खाते में करोड़ों रुपये की ज़मीन वापस आ गई है. इस कार्रवाई के बाद ये संकेत साफ है कि प्रशासन आगे भी ऐसे ही सख्त कदम उठाता रहेगा. जो लोग सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा जमाकर बैठे हैं, उनके लिए ये एक बड़ी चेतावनी है. उम्मीद है कि इससे भविष्य में अवैध अतिक्रमण रुकेंगे और सरकारी ज़मीन का सही उपयोग हो पाएगा
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