PM की फोटो वाला 'लेटर', 2 करोड़ का लालच... और 9 महीने में एक आंटी की सारी जमा-पूंजी साफ!

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हैदराबाद से एक ऐसी दिल दहला देने वाली धोखेबाजी की कहानी सामने आई है, जो हम सबके लिए एक बहुत बड़ी चेतावनी है। साइबर चोरों के एक शातिर गैंग ने 77 साल की एक बुजुर्ग महिला को अपना निशाना बनाया और 9 महीनों के अंदर, धीरे-धीरे करके उनके खाते से 1.8 करोड़ रुपये उड़ा लिए।

इस गैंग ने इतना बड़ा धोखा करने के लिए खुद को कभी देश का 'बड़ा बिजनेसमैन' बताया, तो कभी RBI का बड़ा अधिकारी।

धोखे का यह खेल शुरू कैसे हुआ?

यह पूरा खेल फरवरी में आए एक व्हाट्सएप कॉल से शुरू हुआ। फोन पर किसी ने बड़ी मीठी आवाज में कहा, "बधाई हो, आपकी 2 करोड़ रुपये की लॉटरी लगी है!"

शुरुआत में तो आंटी ने इसे नजरअंदाज कर दिया, लेकिन ठगों ने हार नहीं मानी। दो हफ्ते बाद, एक दूसरे शख्स ने फोन किया और खुद को एक 'बहुत बड़ा बिजनेसमैन' बताया। उसने बातों-बातों में आंटी को भरोसे में ले लिया और लॉटरी का पैसा भेजने के लिए उनसे बैंक खाते की जानकारी मांग ली।

और फिर शुरू हुआ धोखे का असली जाल...

जब चोरों को पता चला कि आंटी के खाते में नेट बैंकिंग चालू नहीं है, तो उन्होंने बड़ी चालाकी से उन्हें बैंक भेजा और नेट बैंकिंग एक्टिवेट करवा दी, और फिर उनसे उनका यूजर आईडी और पासवर्ड भी ले लिया।

इसके बाद उन्होंने एक और चाल चली। उन्होंने आंटी को प्रधानमंत्री की फोटो वाला एक फर्जी 'सरकारी पत्र' भेजा, जिसमें लिखा था कि RBI ने 2 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की मंजूरी दे दी है। इस एक लेटर ने आंटी का पूरा भरोसा जीत लिया।

फोन को किया कंट्रोल और FD भी तुड़वा दी

चोरों ने खुद को RBI अधिकारी बताकर आंटी और उनके पति के आधार और पैन कार्ड की कॉपी भी ले ली। इतना ही नहीं, उन्होंने एक लिंक भेजकर आंटी के फोन को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में ले लिया।

इसके बाद, उन्होंने एक और इमोशनल दांव खेला। उन्होंने कहा कि "RBI के नियम के अनुसार, 2 करोड़ रुपये जमा करने से पहले आपके खाते में भी कुछ बड़ी रकम दिखनी चाहिए।" यह झांसा देकर उन्होंने उनकी सालों की बचत, यानी उनकी FD (फिक्स्ड डिपाजिट) भी तुड़वा दी।

मार्च से दिसंबर के बीच, इन 9 महीनों में चोरों ने 4 अलग-अलग बैंक खातों से 123 छोटे-छोटे ट्रांजैक्शन करके सारे पैसे निकाल लिए, ताकि बैंक को भी कोई शक न हो।

कैसे खुला यह राज?

इस पूरे धोखे का पता तब चला, जब आंटी किसी काम से अपने बैंक गईं। पासबुक अपडेट कराने पर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई... जिस खाते में करोड़ों रुपये होने चाहिए थे, उसमें अब सिर्फ 6,000 रुपये बचे थे।

जब उन्होंने उन फोन नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश की, तो वे सब बंद थे। तब जाकर उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ जिंदगी का सबसे बड़ा धोखा हो चुका है।

पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है। लेकिन यह घटना हम सबको सिखाती है कि लालच और भरोसा, दोनों की एक कीमत होती है, जो कभी-कभी हमारी जिंदगी भर की कमाई से भी ज्यादा होती है।

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