जोधपुर यूनिवर्सिटी में गरजा गुस्सा पेंशनभोगी हुए इतने नाराज़ कि कुलपति पर ही हो गया हमला

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News India Live, Digital Desk: अक्सर हम सुनते हैं कि अपनी मांगों को मनवाने के लिए लोग सड़कों पर उतरते हैं, शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हैं. लेकिन कभी-कभी ये प्रदर्शन इतना हिंसक हो जाते हैं कि मामला काबू से बाहर हो जाता है. राजस्थान के जोधपुर से ऐसी ही एक बेहद चिंताजनक खबर आ रही है, जहाँ जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU) में एक बेहद शर्मसार करने वाली घटना हुई है. पेंशनभोगियों के एक विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ी कि विश्वविद्यालय के कुलपति (वाइस चांसलर) पर ही हमला हो गया, और पूरे परिसर में जमकर हिंसा हुई. यह घटना कई सवाल खड़े करती है कि आखिर प्रदर्शन के दौरान हालात इतने बेकाबू क्यों हुए? 

आखिर क्या है पूरा मामला?

खबर के मुताबिक, विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारी यानी पेंशनभोगी अपनी कुछ लंबित मांगों को लेकर लंबे समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. जाहिर है, वे अपनी पेंशन से जुड़े मुद्दों को लेकर परेशान होंगे, जो उनके बुढ़ापे का एकमात्र सहारा होता है. लेकिन बात तब बिगड़ी, जब ये विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया. पेंशनभोगी इतने गुस्से में थे कि जब कुलपति अपने दफ़्तर जा रहे थे, तब उन पर हमला कर दिया गया. 

कैसे बदला शांतिपूर्ण प्रदर्शन हिंसा में?

इस हमले के बाद विश्वविद्यालय परिसर का माहौल अचानक से गरम हो गया. बताया जा रहा है कि माहौल इतना बिगड़ गया कि जमकर तोड़फोड़ हुई और स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा. लाठीचार्ज की नौबत आई या नहीं, यह तो स्पष्ट नहीं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए सुरक्षा बलों को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी होगी. किसी विश्वविद्यालय के भीतर इस तरह की हिंसा अपने आप में एक गंभीर मुद्दा है. 

आगे क्या होगा?

इस घटना के बाद कुलपति की सुरक्षा और ऐसे विरोध प्रदर्शनों को संभालने के तरीके पर गंभीर सवाल उठ गए हैं. प्रशासन ने ज़रूर मामले की जाँच शुरू कर दी होगी कि आखिर ये प्रदर्शनकारी इतने हिंसक क्यों हो गए और कुलपति पर हमला करने की नौबत क्यों आई. पेंशनभोगियों की अपनी मांगें जायज हो सकती हैं, लेकिन अपनी बात रखने का यह तरीका स्वीकार्य नहीं है. उम्मीद है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे. 

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