राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी का मेजर शफल अब इन IAS अधिकारियों के हाथों में अहम जिम्मेदारियां
News India Live, Digital Desk : राजनीति में ही नहीं, सरकारी कामकाज में भी अक्सर बड़े फेरबदल होते रहते हैं! राजस्थान में भी ऐसा ही एक बड़ा प्रशासनिक बदलाव देखने को मिला है, जहाँ सरकार ने पांच वरिष्ठ IAS अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है. ये ट्रांसफर सिर्फ तबादले नहीं, बल्कि कई महत्वपूर्ण विभागों की कमान नए चेहरों को सौंपने जैसा है. इस फेरबदल से सीधे तौर पर सरकारी कामकाज और जनता से जुड़े कई फैसलों पर असर पड़ेगा. तो आइए जानते हैं, आखिर किस अधिकारी को कौन सी नई और बड़ी जिम्मेदारी मिली है!
किसे मिली कौन सी कमान?
इस लिस्ट में सबसे खास बात ये है कि कुछ ऐसे बड़े और जनता से सीधे जुड़े विभागों में बदलाव हुए हैं, जिनकी सीधी नज़र लोगों पर रहती है.
- आनंदी बनीं रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव: सहकारी विभाग, जिसका सीधा संबंध लाखों किसानों और आम जनता से होता है, उसकी नई रजिस्ट्रार के रूप में आनंदी को नियुक्त किया गया है. उनके ऊपर प्रदेश के सहकारी आंदोलन को नई दिशा देने की जिम्मेदारी होगी. [SEO Keywords: आनंदी रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव, राजस्थान सहकारी विभाग, किसानों को राहत]
- हनुमानगढ़ और जालोर को नए कलेक्टर: इसके अलावा, आलोक रंजन को हनुमानगढ़ का नया कलेक्टर बनाया गया है, वहीं जोधराम जालोर के कलेक्टर बनाए गए हैं. कलेक्टर की भूमिका आप जानते ही हैं, जिले का मुखिया होता है और सीधे तौर पर वहां की व्यवस्था को देखता है.
- रोहित गुप्ता बने फाइनेंस जॉइंट सेक्रेटरी: रोहित गुप्ता को वित्त (राजस्व) विभाग में संयुक्त सचिव की अहम जिम्मेदारी दी गई है.
ये तबादले राज्य की नौकरशाही में नएपन और कार्यशैली में बदलाव का संकेत देते हैं. सरकार को उम्मीद है कि ये अधिकारी अपनी नई भूमिकाओं में और बेहतर प्रदर्शन कर राज्य के विकास को गति देंगे. ये बदलाव दिखाते हैं कि कैसे सरकार प्रदेश के प्रशासन को ज़्यादा चुस्त-दुरुस्त और जनता के प्रति जवाबदेह बनाने की कोशिश कर रही है.
--Advertisement--