तृणमूल विधायक नारायण गोस्वामी के भव्य दुर्गा पूजा आयोजन के आह्वान पर विवाद

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कोलकाता, 25 सितंबर (हि.स.)। आर.जी. कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच, तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक ने बुधवार को दुर्गा पूजा आयोजकों से अधिक भव्यता से त्योहार मनाने का आह्वान किया। इससे विवाद खड़ा हो गया है।

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के अशोकनगर से तृणमूल विधायक नारायण गोस्वामी ने मध्यमग्राम में दुर्गा पूजा आयोजकों के साथ एक बैठक में यह आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बंगाल के सबसे बड़े त्योहार को बाधित करने और राज्य की छवि को खराब करने की साजिश कर रहे हैं, जिसका जवाब हमें और भव्य आयोजन से देना चाहिए।

उनकी इस टिप्पणी का वीडियो वायरल हो गया है। गोस्वामी ने कहा कि हमारी बहन, जो डॉक्टर थी, उसकी क्रूर हत्या हुई, हमें न्याय चाहिए। जांच जल्द से जल्द होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। लेकिन, क्यों हम दुर्गा पूजा नहीं मनाएं, जो देवी दुर्गा की बुराई पर विजय का उत्सव है? इसे क्यों शांतिपूर्वक मनाया जाए?

गोस्वामी ने उन लोगों पर निशाना साधा जो बंगाल की संस्कृति से जुड़े नहीं हैं और त्योहार को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें इसका जवाब और अधिक भव्य तरीके से, अधिक रोशनी के साथ देना चाहिए।

वहीं, भाजपा नेता सजल घोष, जो संतोष मित्र स्क्वायर दुर्गा पूजा समिति के आयोजक हैं, ने गोस्वामी की टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि तृणमूल नेताओं की यह “संवेदनहीनता” को दर्शाता है। वे जनता के दुखों को समझने में असमर्थ हैं।

घोष ने कहा, “तृणमूल विधायक त्योहार को ऐसे मनाने का आह्वान कर रहे हैं जैसे कि किसी शव के ऊपर गिद्ध हो। हम दुर्गा पूजा को शांतिपूर्वक मनाएंगे और ‘तिलोत्तमा’ के लिए न्याय की मांग करेंगे।”

माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने भी गोस्वामी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है। तृणमूल नेता इस घिनौने अपराध के बाद बढ़ती न्याय की मांग से डरे हुए हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि कई जिलों में बाढ़ से हुई मौतों के बीच भव्य उत्सव का आह्वान करना सत्ताधारी पार्टी के “तानाशाही और निरंकुश” रवैये को दर्शाता है।