सूचना में तथ्यों की पड़ताल जरूरी : डॉ. प्रज्ञा कौशिक

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मेरठ, 25 सितम्बर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय हिसार की मीडिया एजुकेटर एवं सीएसआर की डिजिटल मेंटोर डॉ. प्रज्ञा कौशिक ने कहा कि चारों ओर गलत सूचनाओं की भरमार है। किसी सूचना को आगे भेजने से पूर्व तथ्यों की जांच-पड़ताल जरूरी है। इसमें हमें देखना होगा कि सूचना कहां से आ रही है। क्या सूचना पूरी है या अधूरी। सूचना के तथ्यों की कसौटी पर जांचना व परखना आज की बड़ी चुनौती बन गई।

विद्या नॉलेज पार्क स्थित पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में बुधवार को मीडिया ‘लिटरेसी फॉर डिजिटल वेलनेस’ विषय पर वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता डॉ. प्रज्ञा कौशिक ने कहा कि देखा जाना चाहिये कि सूचना का स्रोत क्या है और वह कितना विश्वसनीय है। इसके लिये मीडिया से जुड़े लोगों को पूर्वाग्रह, पक्षपातपूर्ण सोच आदि से बचना होगा। यह आप पर निर्भर है कि आप कैसे गहन सोच के आधार पर निष्कर्ष तक पहुंचते हैं।

उन्होंने बताया कि तथ्यों की जांच के लिये कई उपकरण मौजूद हैं और इस क्षेत्र में तमाम संगठन और संस्थाएं कार्यरत हैं। मीडिया एवं सूचना साक्षरता के क्षेत्र में फैक्टशाला भी किसी सूचना के तथ्यों की पड़ताल करती है। लिखित सामग्री के साथ फोटो और वीडियो की सच्चाई की पड़ताल संभव है। डिजिटल सुरक्षा हमारी सेहत के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डालता है। आप तक पहुंचने वाली सूचनाओं में कुछ इशारे होते हैं, उन्हें पकड़ना आना चाहिए।

वेबिनार के अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. ममता भाटिया ने कहा कि आज सभी को स्वयं गेटकीपर की भूमिका निभानी होगी। जो कार्य एक संपादक करता है, उसे मुक्त सूचना के संसार में हम सभी को करना होगा। इस मौके पर विद्यार्थियों ने मुख्य वक्ता से सवाल भी पूछे। वेब संगोष्ठी का संचालन प्रथम वर्ष की छात्रा माही शारदा ने किया। इस मौके पर असिस्टेंट प्रोफेसर सूरज देव प्रसाद, असिस्टेंट प्रोफेसर अविनाश कुमार आदि उपस्थित रहे।