कमजोर पड़ चुके नक्सली अपने अस्तित्व काे बचाने के लिए कर रहे हैं टारगेट किलिंग : सुंदरराज पी.

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जगदलपुर, 23 अगस्त (हि.स.)। छत्‍तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद सुरक्षा बल ने नक्सलियों के विरुद्ध आक्रामक अभियान चलाते हुए पिछले सात माह में 146 नक्सलियों को ढेर कर दिया है, इसमें कई बड़े नक्सली सदस्य मारे गए हैं। इससे बौखलाए नक्सली अब अपना अस्तित्व बचाने के लिए टारगेट किलिंग कर रहे हैं। पुलिस के सूचना तंत्र को ध्वस्त करने के लिए नक्सली संगठन के भीतर अपने साथियाें सहित निर्दाेष ग्रामीणों को निशाना बनाकर हत्या कर रहे हैं।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक नक्सलियों ने 16 ग्रामीणों की मुखबिरी के संदेह में हत्या कर चुके हैं, यहां तक कि छात्र को भी नहीं छोड़ा। नक्सली अपने दो साथी नक्सली को भी जनअदालत में मृत्युदंड की सजा दी है।

बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने आज शुक्रवार काे पत्रकाराें से चर्चा में कहा कि नये स्थापित सुरक्षा कैंप, सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम व अंदरुनी क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी की सुविधा पहुंचाए जाने से जनता का भरोसा नक्सलतंत्र से टूटा है। नये कैंपों से चलाए गए अभियान में पुलिस को अपेक्षित सफलता मिली है। यही कारण है कि कमजोर पड़ चुके नक्सली अब अंदरूनी इलाके में डर-भय का आतंक के वातावरण काे बनाए रखने के लिए निर्दोष ग्रामीणों को लक्षित कर हत्याएं कर रहे हैं।