कोहरे का लॉकडाउन झारखंड में थम गए विमानों के पहिए, ट्रेनें लेट और सड़क पर रेंगती गाड़ियां

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News India Live, Digital Desk : आज सुबह जब आपने खिड़की खोली होगी, तो शायद बाहर का नजारा देखकर ऐसा लगा होगा मानो बादलों ने जमीन को छू लिया हो। पूरा झारखंड, खासकर राजधानी रांची, एक सफेद घनी चादर (Dense Fog) में लिपटा हुआ है। ठंड बढ़ी है, वो तो ठीक है, लेकिन इस कोहरे ने रफ़्तार पर जो ब्रेक लगाया है, उसने सबकी मुसीबत बढ़ा दी है।

अगर आप आज कहीं घूमने या जरुरी काम से बाहर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरुरी है। हालात ऐसे हैं कि "हाथ को हाथ नहीं सूझ रहा" (Zero Visibility)।

हवाई सफर पर 'ग्रहण'
सबसे ज्यादा असर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची पर पड़ा है। रनवे पर विजिबिलिटी (दृश्यता) इतनी कम हो गई है कि विमानों का उतरना नामुमकिन हो गया है। खबरें हैं कि कई फ्लाइट्स रद्द (Flights Cancelled) कर दी गई हैं और कई को डायवर्ट करना पड़ा है। यात्री एयरपोर्ट पर बैठकर मौसम साफ़ होने का इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन सूरज देवता भी कोहरे के पीछे छिपे बैठे हैं। अगर आपकी आज फ्लाइट है, तो घर से निकलने से पहले स्टेटस जरूर चेक कर लें।

ट्रेनों की रफ़्तार सुस्त
भारतीय रेल, जो देश की लाइफलाइन है, वो भी कोहरे के आगे बेबस नजर आ रही है। नई दिल्ली, पटना और कोलकाता से आने वाली दर्जनों ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। कोहरे के कारण लोको पायलट्स को बहुत धीमी गति से ट्रेन चलानी पड़ रही है ताकि कोई हादसा न हो। स्टेशन पर इंतज़ार करते यात्रियों की भी हिम्मत जवाब दे रही है।

सड़कों पर रेंगती गाड़ियां
अगर आप बस या अपनी कार से सफर कर रहे हैं, तो बहुत सावधानी बरतें। नेशनल हाइवे (NH) पर विजिबिलिटी बेहद कम है। बसें और ट्रक कछुए की चाल से चल रहे हैं। हेडलाइट्स और फॉग लैंप्स जलाने के बावजूद कुछ मीटर आगे देखना मुश्किल हो रहा है।

मौसम विभाग का इशारा
मौसम विभाग का कहना है कि अभी कुछ दिनों तक राहत की उम्मीद कम है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और नमी के कारण सुबह के वक्त ऐसा ही घना कोहरा छाया रहेगा।

एक दोस्त की सलाह
ऐसे मौसम में 'सावधानी हटी, दुर्घटना घटी' वाली बात एकदम सही बैठती है।

  • अगर बहुत जरुरी न हो, तो सुबह-सुबह गाड़ी लेकर न निकलें।
  • गाड़ी चलाते वक्त इंडिकेटर या फॉग लाइट जलाकर रखें।
  • जल्दबाजी बिल्कुल न करें, 10 मिनट लेट पहुंचना, कभी न पहुंचने से बेहतर है।

फिलहाल, चाय की प्याली हाथ में लीजिये और कोहरे के छंटने का इंतज़ार कीजिये। सुरक्षित रहें!

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