रामगढ़ में मौत का तांडव भटके हुए हाथी ने 4 लोगों की जान ली, डर के मारे घरों में कैद हुए लोग
News India Live, Digital Desk : यह खबर सुनते ही रूह कांप जाती है। बताया जा रहा है कि यह हाथी अपने झुंड से बिछड़ गया था या किसी वजह से बहुत गुस्से में था। जैसे ही यह रिहायशी इलाके की तरफ बढ़ा, भगदड़ मच गई, लेकिन चार लोग बदकिस्मती से इसके गुस्से का शिकार हो गए।
गांव में मातम और डर का माहौल
घटना के बाद से गाँव में मातम पसरा हुआ है। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनका रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन को पहले भी हाथियों की आवाजाही के बारे में बताया था, लेकिन शायद समय रहते कदम नहीं उठाए गए। अब आलम यह है कि सूरज ढलते ही लोग अपने घरों के दरवाजे बंद करके दुबक रहे हैं। डर इतना ज्यादा है कि कोई भी अकेले खेत की तरफ जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा।
वन विभाग की टीम मौके पर
हादसे के बाद प्रशासन की नींद टूटी है। वन विभाग (Forest Department) की टीम और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँच गई है। कोशिश की जा रही है कि उस हाथी को मशाल और ढोल-नगाड़ों की मदद से वापस जंगल की तरफ खदेड़ा जाए ताकि और कोई अनहोनी न हो। सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की बात भी कही जा रही है, लेकिन सच तो यह है कि पैसे किसी की जान की कीमत नहीं हो सकते।
आप क्या सावधानी बरतें?
झारखंड में ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। अगर आप भी किसी ऐसे इलाके में रहते हैं जहाँ जंगल पास है, तो कुछ बातों का ध्यान ज़रूर रखें:
- हाथी को छेड़ें नहीं: अक्सर लोग वीडियो बनाने या भगाने के चक्कर में हाथी के पास चले जाते हैं या पत्थर मारते हैं। यह सबसे बड़ी गलती है।
- मशाल या आग: अगर हाथी गांव में आ जाए, तो शोर मचाकर और आग जलाकर उसे दूर रखने की कोशिश करें, लेकिन सुरक्षित दूरी से।
- रात में सतर्क रहें: जंगलों से सटे रास्तों पर रात में अकेले सफर करने से बचें।
फिलहाल, हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि मृतकों की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवारों को यह दुःख सहने की शक्ति मिले। यह घटना एक चेतावनी है कि हमें कुदरत और जानवरों के रास्तों का सम्मान करना सीखना होगा।
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