बिजली पानी तो मिल गया, अब क्या? नीतीश कुमार ला रहे हैं सात निश्चय पार्ट-3, जानिए क्या होगा खास

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News India Live, Digital Desk : हम बिहारी जब भी विकास की बात करते हैं, तो जुबान पर एक शब्द जरूर आता है सात निश्चय'। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह वो ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसने पिछले कुछ सालों में बिहार के गांव-देहात की शक्ल बदलने की कोशिश की है। और अब, पटना के गलियारों से खबर आ रही है कि सरकार 'सात निश्चय पार्ट-3' लाने की तैयारी कर रही है।

लेकिन पार्ट 3 को समझने से पहले, हमें पीछे मुड़कर देखना होगा कि पार्ट 1 और पार्ट 2 ने हमें क्या दिया? क्या वादे पूरे हुए?

पार्ट 1: जब बुनियाद रखी गई (2015-2020)
आपको 2015 का वो दौर याद होगा जब नीतीश सरकार ने पहली बार सात निश्चय का ऐलान किया था। तब फोकस एकदम 'बेसिक' चीजों पर था।

  • हर घर नल का जल: वो वादा था कि पीने का साफ़ पानी टोटी के जरिए घर-घर पहुंचेगा।
  • घर तक पक्की गली-नालियां: गांवों की कीचड़ भरी सड़कों को पक्का किया गया।
  • शौचालय निर्माण: 'शौचालय निर्माण, घर का सम्मान' का नारा घर-घर पहुंचा।
  • इसके अलावा बिजली कनेक्शन और युवाओं को स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड जैसे बड़े तोहफे मिले थे।

पार्ट 2: तरक्की की रफ़्तार (2020-2025)
जब 2020 में चुनाव हुए, तो 'आत्मनिर्भर बिहार' के सपने के साथ सात निश्चय पार्ट-2 आया। इस बार इरादे थोड़े बड़े थे।

  • युवा शक्ति-बिहार की प्रगति: युवाओं के स्किल और रोजगार पर जोर दिया गया।
  • सशक्त महिला-सक्षम महिला: महिलाओं को कारोबार के लिए मदद।
  • हर खेत तक सिंचाई: किसानों के लिए पानी का इंतजाम।
  • स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव: हर गांव में सोलर लाइट लगाना ताकि रात को अंधेरा न रहे।

अब पार्ट 3 में क्या नया होगा?
यही वो सवाल है जो हर बिहारी पूछ रहा है। हालांकि अभी इसका ब्लूप्रिंट बन रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि 2026 की परीक्षाओं या आगामी चुनावों को देखते हुए, सरकार का फोकस अब 'क्वालिटी ऑफ़ लाइफ' (जीवन स्तर) पर होगा।
शायद अब बात सिर्फ स्कूल बनाने की नहीं, वहां 'स्मार्ट क्लास' की होगी। सिर्फ अस्पताल की इमारत की नहीं, बल्कि 'डिजिटल हेल्थ' की होगी। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पार्ट-3 में टेक्नोलॉजी, उच्च शिक्षा और उद्योगों को गांव तक ले जाने पर बड़ा काम हो सकता है।

आगे की राह...
सात निश्चय योजना ने यकीनन बिहार के बुनियादी ढांचे में सुधार किया है, लेकिन चुनौतियां अभी भी बाकी हैं। कई जगह नल हैं पर जल नहीं, कई जगह नालियां टूटी हैं। उम्मीद है कि 'पार्ट 3' इन कमियों को पूरा करेगा और बिहार को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

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