हिम्मत है तो छूकर दिखाओ सम्राट चौधरी के बुलडोजर पर इरफान अंसारी का ओपन चैलेंज

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News India Live, Digital Desk : बिहार और झारखंड, दोनों पड़ोसी राज्य हैं लेकिन इन दिनों यहां की राजनीति में जबरदस्त "साउंड और एक्शन" देखने को मिल रहा है। वजह? वही पुराना और सबका चर्चित बुलडोजर। इस बार यह बुलडोजर किसी अवैध इमारत पर नहीं, बल्कि बयानों के जरिए चलाया जा रहा है। और इस लड़ाई के दो मुख्य किरदार हैं बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी

आखिर पंगा क्या है?
किस्सा कुछ यूं है कि बिहार में कानून व्यवस्था को सख्त करने के लिए सम्राट चौधरी अक्सर 'बुलडोजर मॉडल' और सख्त कार्रवाई की बात करते रहते हैं। उनका अंदाज एकदम साफ है अपराधियों को छोड़ेंगे नहीं, कानून का डंडा (या बुलडोजर) चलेगा। लेकिन, उनके इस 'एक्शन मोड' वाली बातों की धमक जब पड़ोस में झारखंड तक पहुंची, तो वहां बैठे मंत्री इरफान अंसारी बिफर गए।

"हिम्मत है तो..."इरफान का पलटवार
इरफान अंसारी, जो अपने बेबाक बयानों के लिए मशहूर हैं, उन्होंने सम्राट चौधरी को आड़े हाथों ले लिया। चर्चा है कि इरफान ने सीधे तौर पर चुनौती देते हुए कहा है कि "बुलडोजर की राजनीति" यहां नहीं चलेगी। उनका कहना है कि धमकाने वाला अंदाज लोकतंत्र में नहीं चलता और अगर कोई जबरदस्ती करने की कोशिश करेगा, तो ईंट का जवाब पत्थर से मिलेगा। उन्होंने इशारों-इशारों में कह दिया कि यूपी-बिहार वाला फार्मूला झारखंड में थोपने की कोशिश न की जाए।

सम्राट का 'मुरैठा' और तेवर
दूसरी तरफ, सम्राट चौधरी अपने फैसलों और बयानों से पीछे हटने वाले नहीं लगते। उनका स्टैंड क्लियर है कि माफिया और गलत काम करने वालों के खिलाफ सख्ती तो होगी ही, चाहे कोई कुछ भी कहे। बीजेपी का यह मानना है कि डर का माहौल सिर्फ अपराधियों में होना चाहिए।

जनता क्या सोच रही है?
कुल मिलाकर माहौल यह है कि एक तरफ 'जीरो टॉलरेंस' का नारा है, तो दूसरी तरफ 'लोकतांत्रिक तरीके' की दलील। दोनों नेताओं के बीच की यह तू-तू मैं-मैं अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। लोग मजे ले रहे हैं कि आखिर इस सियासी बुलडोजर की रेस में कौन जीतता है सम्राट का कड़क अंदाज या इरफान का सीधा चैलेंज?

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