13 जनवरी 2025 पंचांग: पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि, महाकुंभ मेला शुरू, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल

Panchangm

आज, 13 जनवरी 2025, सोमवार के दिन पौष महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। यह तिथि देर रात 03:57 बजे तक रहेगी, इसके बाद प्रथमा तिथि आरंभ होगी। चंद्रमा आज मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे और आर्द्रा नक्षत्र सुबह 10:38 बजे तक रहेगा। इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र शुरू हो जाएगा। दिन भर वैधृति योग रहेगा, जो रात 04:39 बजे तक प्रभावी होगा।

शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:08 बजे से 12:50 बजे तक रहेगा। राहुकाल का समय सुबह 08:36 बजे से 09:54 बजे तक है, इस दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए।

हिंदू पंचांग का महत्व

हिंदू पंचांग, जिसे वैदिक पंचांग भी कहा जाता है, समय और काल की सटीक गणना के लिए उपयोग किया जाता है। यह मुख्य रूप से पांच अंगों से बना होता है:

  1. तिथि
  2. नक्षत्र
  3. वार
  4. योग
  5. करण

पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, हिंदू मास, पक्ष, और ग्रहों की स्थिति की जानकारी मिलती है।

13 जनवरी 2025 का शुभ मुहूर्त

महत्वपूर्ण तिथि और योग

  • पौष पूर्णिमा तिथि: 13 जनवरी रात 03:57 बजे तक।
  • वैधृति योग: पूरे दिन और रात 04:39 बजे तक।
  • आर्द्रा नक्षत्र: सुबह 10:38 बजे तक, इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र।

शुभ मुहूर्त

  • अमृत काल: सुबह 06:06 बजे से 07:42 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:23 बजे से 07:25 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:23 बजे से 03:25 बजे तक।
  • निशीथ मुहूर्त: रात 11:41 बजे से 12:20 बजे तक।
  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:03 बजे से 05:08 बजे तक।

राहुकाल (शुभ कार्यों से बचने का समय)

  • दिल्ली: सुबह 08:34 बजे से 09:53 बजे तक।
  • मुंबई: सुबह 08:38 बजे से 10:01 बजे तक।
  • चंडीगढ़: सुबह 08:39 बजे से 09:56 बजे तक।
  • लखनऊ: सुबह 08:17 बजे से 09:36 बजे तक।
  • भोपाल: सुबह 08:25 बजे से 09:46 बजे तक।
  • कोलकाता: सुबह 07:41 बजे से 09:02 बजे तक।
  • अहमदाबाद: सुबह 08:44 बजे से 10:05 बजे तक।
  • चेन्नई: सुबह 08:00 बजे से 09:26 बजे तक।

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

  • सूर्योदय: सुबह 07:14 बजे।
  • सूर्यास्त: शाम 05:43 बजे।

महाकुंभ का शुभारंभ

13 जनवरी 2025 को महाकुंभ मेला आरंभ हो रहा है। पौष पूर्णिमा के अवसर पर पवित्र स्नान और पूजा-अर्चना के लिए लाखों श्रद्धालु संगम पर एकत्रित होंगे। यह दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है और शुभ मुहूर्त के अनुसार पूजा और दान करने से विशेष फल प्राप्त होता है।

क्या आपने अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त के अनुसार की है?