जयपुर में पलक झपकते ही फोन छीनने वाले 'सुपरफास्ट' गैंग का खेल खत्म! 43 मोबाइल बरामद
अगर आप जयपुर में रहते हैं और सड़क पर चलते हुए फोन पर बात करने से डरते हैं, तो यह खबर आपके लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। जयपुर पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग को दबोच लिया है, जो पलक झपकते ही लोगों के हाथ से कीमती मोबाइल फोन छीनकर हवा हो जाता था।
पुलिस ने इस गैंग के 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से चोरी के 43 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस का मानना है कि शहर में फोन छीनने की करीब 25 से ज्यादा वारदातों के पीछे इसी गैंग का हाथ हो सकता है।
कैसे काम करता था यह गैंग?
इस गैंग का तरीका किसी फिल्म के सीन जैसा था। ये बदमाश तेज रफ्तार वाली 'पावर बाइक्स' का इस्तेमाल करते थे। वे सड़क पर पैदल चल रहे या धीरे चल रहे वाहन पर बैठे लोगों को अपना निशाना बनाते थे। पूरी सटीकता के साथ, चलती बाइक से ही हाथ से मोबाइल छीनते और पल भर में तेज रफ्तार से आंखों से ओझल हो जाते थे। जब तक कोई कुछ समझ पाता, तब तक वे बहुत दूर निकल चुके होते थे।
पुलिस ने कैसे बिछाया जाल?
जयपुर (दक्षिण) में लगातार बढ़ रही मोबाइल छीनने की घटनाओं ने पुलिस की नाक में दम कर रखा था। इन अपराधियों पर लगाम कसने के लिए एक खास अभियान चलाया गया। यह एक बड़ी ज्वाइंट ऑपरेशन थी, जिसमें जिला विशेष दल के साथ शिवदासपुरा, सांगानेर सदर और अशोक नगर थाने की पुलिस टीमों ने मिलकर काम किया।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी कोई नए बदमाश नहीं हैं, बल्कि पुराने अपराधी हैं और उन पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इनके पास से 43 मोबाइल फोन के अलावा, वारदात में इस्तेमाल होने वाली 2 पावर बाइक और 8 दूसरी मोटरसाइकिलें भी जब्त की हैं।
एक तीर से दो निशाने: अवैध हथियार भी बरामद
इसी अभियान के दौरान, पुलिस की विशेष टीम ने मानसरोवर इलाके में एक और बड़ी कार्रवाई की। वहां इंद्रेश सैन उर्फ चिंटू नाम के एक बदमाश को तीन देसी पिस्तौलों के साथ गिरफ्तार किया गया।
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर शहर में फरार चल रहे दूसरे बदमाशों के खिलाफ भी एक अलग अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें अब तक 63 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि अभी जांच जारी है, ताकि यह पता चल सके कि इस गैंग के तार और कहाँ-कहाँ तक जुड़े हैं और चोरी का बाकी माल भी बरामद किया जा सके।
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