माइंस के रायल्टी ठेकों और वे-ब्रिजों का समय समय पर औचक निरीक्षण करने का फैसला

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जयपुर, 20 अगस्त (हि.स.)। खान एवं भूविज्ञान विभाग के निदेशक भगवती प्रसाद कलाल ने राज्य में कार्यरत आरसीसी और ईआरसीसी ठेकों और पंजीकृत वे-ब्रिजों की नियतकालिक जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने खनन क्षेत्र में किसी भी भी तरह की अनियमितता और लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव सुधांश पंत और सचिव माइंस आनन्दी नियमित रूप से समीक्षा करते हुए मोनिटरिंग व्यवस्था को चाक चोबंद किया है।

डीएमजी कलाल ने बताया कि 18 अगस्त को प्रदेश के सभी एसएमई, एमई, एएमई व विजिलेंस विंग के एसएमई, एमई व एएमई अधिकारियों द्वारा प्रदेश के 336 आरसीसी व ई आरसीसी ठेकों का रेंडम निरीक्षण के साथ ही पंजीकृत 135 वे-ब्रिजों की औचक निरीक्षण किया गया जिसमें अनियमितता प्राप्त ठेकों वे-ब्रिजो पर कार्रवाई व नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा है किसी भी तरह की किसी भी अनियमितता व कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। 18 अगस्त को ही औचक निरीक्षण के दौरान एक एफआईआर कर 21 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला गया है। 78 टन गारनेट का अवैध भण्डारण जब्त किया गया।

अतिरिक्त निदेशक विजिलेंस पीआर आमेटा ने बताया कि मुख्यालय स्तर पर अवैध खनन गतिविधियों की नियमित समीक्षा की जा रही है।

वर्चुअल बैठक में एडीएम महावीर प्रसाद मीणा, टीए देवेंद्र गौड़, एसएमई सतीश आर्य, एनके बैरवा सहित विभाग के फील्ड अधिकारियों ने हिस्सा लिया।