हजारीबाग, 9 दिसंबर (हि.स.)। प्रमंडलीय आयुक्त सह केंदूपत्ती सलाहकार समिति के अध्यक्ष पवन कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय कार्यालय, हज़ारीबाग में वर्ष 2025 मौसम के लिए केंदूपत्ती के संग्रहण मूल्य प्रति मानक बोरा के निर्धारण के लिए बैठक की गई। इसमें उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल क्षेत्र के तहत वर्ष 2025 मौसम के लिए प्राथमिक संग्रहणकर्ताओं से केन्दूपत्ती के क्रय दर प्रति मानक बोरा के निर्धारण के लिए सरकार को परामर्श देने के लिए संग्रहणकर्ता सदस्यों के साथ विचार-विमर्श हुआ। विचार विमर्श के दौरान आयुक्त-सह-अध्यक्ष को अवगत कराया गया कि पूर्व की बैठक में अध्यक्ष एवं समिति की ओर केंदूपत्ती क्रय मूल्य 1700 रुपए प्रति मानक बोरा वन भूमि एवं रैयती भूमि के लिए अनुशंसा की गई थी।
इसमें सरकार के जरिये वर्ष 2024 मौसम के लिए 1750 रुपए प्रति मानक बोरा का दर स्वीकृत किया गया था। इससे केंदु पत्ता व्यापार से जुड़े लोगों एवं झारखंड राज्य वन विकास निगम के पदाधिकारी के साथ अनौपचारिक विमर्श के दौरान बताया गया कि वर्ष 2024 में क्रय मूल्य 1650 रुपए प्रति मानक बोरा से 1750 रुपए प्रति मानक बोरा कर दिए जाने के कारण वर्ष 2024 में क्रेता हतोत्साहित हो गए। इससे हजारीबाग प्रमंडल के कुल 70 लौट में से मात्र 31 लौट की ही बिक्री हो पाई। इससे सरकार के राजस्व प्राप्ति में क्षति हुई। केंदूपत्ती का मौसमी संग्रहण कार्य से वनों के समीप सुदरवर्ती वनों के ग्रामीणों के लिए अतिरिक्त आय का महत्वपूर्ण स्रोत है।
लौट की बिक्री न होने से उस क्षेत्र के अंशकालिक मजदूर भी रोजगार से वंचित रहे। इन सभी बातों के विचारोंपरांत आयुक्त-सह-अध्यक्ष एवं समिति के जरिये 2025 मौसम के लिए केंदूपत्ती क्रय मूल्य में मात्र पांच से छह प्रतिशत न्यूनतम वृद्धि कर 1850 रुपए प्रति मानक बोरा वन भूमि एवं रैयती भूमि के लिए निर्धारण का परामर्श सरकार को देने का निर्णय लिया गया। इससे शत-प्रतिशत केंदूपत्ती लौट की बिक्री हो सके तथा झारखंड राज्य वन विकास निगम को भी बेहतर राजस्व की प्राप्ति हो सके। केंदूपत्ती दर में न्यूनतम वृद्धि से सुदूरवर्ती ग्रामीण मजदूरों को उनके द्वारा संग्रहित होने वाली केंदूपत्ती का क्रय करने के लिए क्रेतागण उत्साहित रहे और उन्हें रोजगार प्राप्त हो। बैठक में सलाहकार समिति के सदस्य आर.एन. मिश्रा, क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक ममता प्रियदर्शी, महाप्रबंधक संयोजक-सह-सचिव, मोहम्मद इलाही, मो अजहर इमाम, तालो मरांडी, दीनानाथ बेसरा, रामचन्द्र गंझू, विकास कुमार यादव, मो कोसर एवं अन्य उपस्थित थे।