पूजा में महिलाएं नारियल क्यों नहीं फोड़तीं? सिर्फ़ परंपरा नहीं, इसके पीछे छिपा है एक गहरा और भावुक सच

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News India Live, Digital Desk : हिन्दू धर्म में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करनी हो, नई गाड़ी लेनी हो या भगवान को भोग लगाना हो, हम सबसे पहले नारियल (श्रीफल) का इस्तेमाल करते हैं। मंदिर के बाहर खड़े होकर अक्सर हम नारियल फोड़ते हैं और भगवान से सफलता की प्रार्थना करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि नारियल हमेशा घर के पुरुष ही फोड़ते हैं, महिलाओं को नारियल फोड़ने से क्यों मना किया जाता है?

आजकल की पीढ़ी इसे सिर्फ़ एक दकियानूसी परंपरा मान सकती है, लेकिन जब आप इसके पीछे की जड़ तक जाएंगे, तो पता चलेगा कि यह नियम किसी भेदभाव के लिए नहीं, बल्कि महिलाओं के सम्मान और सृजन की शक्ति को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

आखिर महिलाएं नारियल क्यों नहीं फोड़तीं?
शास्त्रों में नारियल को 'बीज' माना गया है। जैसे मिट्टी में दबा एक बीज नए जीवन को जन्म देता है, वैसे ही महिला को सृष्टि में 'जीवन के कारक' के रूप में देखा जाता है। स्त्री खुद एक नए जीवन (शिशु) को जन्म देने वाली शक्ति है, इसलिए उनके लिए किसी 'बीज' का नाश करना वर्जित माना गया है।

कहते हैं कि नारियल फोड़ना प्रतीकात्मक रूप से बलि देने जैसा होता है। चूंकि महिलाएं ममता की मूर्ति होती हैं और जीवन का आधार होती हैं, इसलिए उनसे किसी जीव की प्रतीक वाली चीज़ (बीज) की बलि नहीं दिलाई जाती। यही मुख्य वजह है कि पूजा में नारियल का दान या उसका चढ़ावा तो महिलाएं दे सकती हैं, लेकिन उसे खुद अपने हाथों से फोड़ने से उन्हें बचना चाहिए।

2025 में राहु-केतु की बाधा से दिलाएगा मुक्ति
नारियल को ज्योतिष में बहुत प्रभावी माना गया है, खासकर तब जब कुंडली में राहु या केतु जैसा कोई ग्रह जीवन में उथल-पुथल मचा रहा हो। दिसंबर 2025 की इस सर्दी में अगर आप मानसिक शांति और अटके कामों को सुलझाना चाहते हैं, तो नारियल के ये छोटे से उपाय बड़े काम आ सकते हैं:

  • राहु के लिए उपाय: अगर आपको लगता है कि किस्मत साथ नहीं दे रही या दुश्मन आप पर हावी हैं, तो एक पानी वाला नारियल लें। शनिवार के दिन इसे अपने सिर के ऊपर से सात बार (एंटी-क्लॉकवाइज़) वार लें और फिर बहते हुए पानी में प्रवाहित कर दें। माना जाता है कि राहु का 'दोष' नारियल के साथ बह जाता है।
  • केतु के लिए समाधान: अगर आप बार-बार बीमार पड़ते हैं या अजीब से डर सताते हैं, तो सूखे नारियल (खोपड़ा) को दान करना या भगवान गणेश के मंदिर में अर्पित करना बहुत शुभ होता है।
  • कलह क्लेश खत्म करने के लिए: एक नारियल को लेकर अपने घर के हर कोने में दिखाएं और फिर उसे किसी चौराहे या विरान जगह पर फोड़ दें। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है।

जीवन में नारियल का महत्व
नारियल को 'श्री' यानी माँ लक्ष्मी का फल कहा जाता है। इसमें ऊपर की सख़्त सतह हमारे अहंकार (Ego) को दर्शाती है, जबकि अंदर का सफ़ेद कोमल हिस्सा हमारी शुद्ध आत्मा को। जब हम नारियल फोड़ते हैं, तो दरअसल हम अपना अहंकार छोड़कर ईश्वर की शरण में जाने का संकल्प लेते हैं।

चाहे आप विज्ञान को मानें या परंपरा को, ये नियम हमें जीवन और प्रकृति का सम्मान करना सिखाते हैं। तो अगली बार जब घर में नारियल चढ़ाया जाए, तो इन गहराइयों को ज़रूर याद रखियेगा।

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