फेंक देते हैं इमली की गुठली? शुगर के मरीज कर रहे हैं सबसे बड़ी गलती!

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नई दिल्ली: डायबिटीज या शुगर की बीमारी आज भारत के लगभग हर दूसरे-तीसरे घर की कहानी बन चुकी है. यह एक ऐसी 'खामोश दुश्मन' है, जो एक बार शरीर में आ जाए, तो जिंदगी भर साथ रहती है. शुगर के मरीजों की पूरी जिंदगी दवाओं के सहारे और खान-पान के कड़े परहेज में ही निकल जाती है. महंगी दवाइयां और डॉक्टर की फीस जेब पर भी भारी पड़ती है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस डॉक्टर के पास आप जा रहे हैं, उससे भी बड़ा 'डॉक्टर' आपके किचन में ही मौजूद है? जी हां, आयुर्वेद और हमारे बड़े-बुजुर्ग हमेशा से ही कुछ ऐसी देसी और घरेलू चीजों के बारे में बताते आए हैं, जो इस खतरनाक बीमारी को कंट्रोल करने में किसी चमत्कार से कम नहीं हैं.

आज हम एक ऐसी ही चीज के बारे में बात कर रहे हैं, जिसे हम और आप अक्सर बेकार समझकर कूड़ेदान में फेंक देते हैं. हम बात कर रहे हैं इमली के बीजों (गुठली) की. यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह मामूली सा दिखने वाला बीज, शुगर के मरीजों के लिए 'संजीवनी बूटी' साबित हो सकता है.

आखिर इस बीज में ऐसा क्या जादू है?

इमली की गुठली सिर्फ एक बीज नहीं, बल्कि पोषक तत्वों का खजाना है.

  • एंटीऑक्सीडेंट का भंडार: इसमें पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड्स जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं.
  • एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: यह शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है. डायबिटीज के मरीजों में सूजन की समस्या आम होती है.

शुगर को कैसे करता है 'कंट्रोल'?

वैज्ञानिकों का मानना है कि इमली के बीज में मौजूद खास तत्व हमारे शरीर में इंसुलिन बनाने वाली पैंक्रियाज (Pancreas) की कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाते हैं. जब ये कोशिकाएं स्वस्थ रहती हैं, तो शरीर में इंसुलिन सही मात्रा में बनता है और ब्लड शुगर लेवल अपने आप कंट्रोल में रहने लगता है. यह शरीर की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को भी बढ़ाता है.

कैसे करें इसका इस्तेमाल? (सबसे सही और आसान तरीका)

इमली के बीजों को सीधे खाना संभव नहीं है. इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको इसका पाउडर बनाना होगा.

  1. भूनना (Roasting): सबसे पहले, इमली के बीजों को एक कड़ाही में डालकर धीमी आंच पर अच्छी तरह से भून लें, ठीक वैसे ही जैसे हम मूंगफली भूनते हैं.
  2. छिलका उतारना: जब बीज ठंडे हो जाएं, तो उनका काला और सख्त छिलका आसानी से उतर जाएगा. छिलके को हटा दें और अंदर की सफेद गिरी को अलग कर लें.
  3. पाउडर बनाना: अब इन सफेद बीजों को मिक्सर ग्राइंडर में डालकर बारीक पीस लें. इसे छानकर एक एयरटाइट डिब्बे में भरकर रख लें. आपका चमत्कारी पाउडर तैयार है.

कैसे खाएं?
रोजाना सुबह और शाम, खाना खाने से लगभग आधा घंटा पहले, एक चम्मच पाउडर को हल्के गुनगुने पानी के साथ लें.

एक जरूरी बात: यह एक बहुत ही कारगर घरेलू उपाय है, लेकिन यह डॉक्टर की सलाह और आपकी नियमित दवाओं का विकल्प नहीं है. इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

यह छोटा सा और सस्ता उपाय आपकी शुगर कंट्रोल करने की लड़ाई में एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है.

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