बाज़ार की मिलावटी हल्दी को कहें अलविदा! घर में 'सोना' उगाने का यह राज़ जान लीजिए

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जब हम सब्ज़ी में हल्दी डालते हैं, तो क्या कभी सोचते हैं कि यह कितनी शुद्ध है? बाज़ार की हल्दी में अक्सर मिलावट का डर लगा रहता है। लेकिन सोचिए, कैसा हो अगर आप अपनी रसोई के लिए ताज़ी, खुशबूदार और एकदम शुद्ध हल्दी अपने घर के ही एक गमले में उगा सकें?

यकीन मानिए, यह सुनने में जितना अच्छा लग रहा है, करने में उससे भी ज़्यादा आसान है। इसके लिए आपको न तो बड़े खेत की ज़रूरत है और न ही किसी खास ट्रेनिंग की। चलिए, मैं आपको बताता हूँ कि आप यह कमाल कैसे कर सकते हैं।

Step 1: सही 'बीज' का चुनाव (हल्दी की गांठ)
आपको बीज की दुकान पर जाने की ज़रूरत नहीं है। बस अपने सब्ज़ीवाले के पास जाइए और कच्ची हल्दी की एक अच्छी, मोटी सी गांठ ले आइए।

  • टिप: ऐसी गांठ चुनें जिसमें छोटी-छोटी 'आँखें' या कलियां (buds) निकली हुई दिख रही हों। अगर नहीं भी हैं, तो भी वह उग जाएगी।

Step 2: हल्दी का 'घर' तैयार करें (गमला और मिट्टी)
हल्दी को फैलने के लिए जगह चाहिए 

  • गमला: कोई गहरा गमला लेने के बजाय, चौड़े मुँह वाला गमला या ग्रो-बैग लें। 10-12 इंच का गमला बढ़िया रहेगा।
  • मिट्टी: एकदम सादी मिट्टी न लें। मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए उसमें थोड़ी रेत और गोबर की खाद (कम्पोस्ट) ज़रूर मिला लें। यह हल्दी के लिए बढ़िया भोजन का काम करेगा।

Step 3: अब इसे लगाते हैं!
हल्दी की गांठ को सीधे नहीं लगाना है। अगर गांठ बड़ी है, तो उसे छोटे टुकड़ों में काट लें, ध्यान रहे कि हर टुकड़े में एक या दो 'आँखें' ज़रूर हों।

  • अब इन टुकड़ों को गमले में लगभग 2 इंच गहरा दबा दें। 'आँख' वाला हिस्सा ऊपर की तरफ रखें तो और भी अच्छा।

Step 4: बस थोड़ा सा प्यार और देखभाल

  • पानी: लगाने के बाद थोड़ा पानी दें। याद रखें, हल्दी को नमी पसंद है, लेकिन कीचड़ नहीं। इसलिए मिट्टी को हमेशा हल्का नम रखें, लेकिन उसमें पानी खड़ा न होने दें।
  • धूप: हल्दी को बहुत तेज़, सीधी धूप पसंद नहीं है। इसे ऐसी जगह रखें जहाँ सुबह की 3-4 घंटे की हल्की धूप आती हो। आपकी बालकनी या खिड़की के पास की जगह इसके लिए सबसे अच्छी है।

Step 5: इंतज़ार और... खुदाई का मज़ा!
अब आपको बस इंतज़ार करना है कुछ ही हफ्तों में हल्दी के खूबसूरत पत्ते निकलने शुरू हो जाएंगे। लगभग 8 से 10 महीनों के बाद, जब ये पत्ते पीले होकर अपने आप सूखने लगें, तो समझ जाइए कि ज़मीन के नीचे आपका 'सोना' यानी ताज़ी हल्दी तैयार हो चुकी है।

अब गमले की मिट्टी को धीरे-धीरे खोदें और अपनी मेहनत की ताज़ी, चमकीली और खुशबूदार हल्दी को बाहर निकालें! इस ताज़ी हल्दी का रंग और स्वाद बाज़ार वाली हल्दी से लाख गुना बेहतर होगा।

तो देर किस बात की? आज ही एक गांठ ले आइए और अपने घर को एक छोटा सा हल्दी का खेत बनाइए!

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