सड़क है या तालाब? कीचड़ और गड्ढों से परेशान रियोनईया के ग्रामीणों ने DM से लगाई गुहार, प्रधान पर अनदेखी का आरोप

Post

बदायूं, 15 दिसंबर: बदायूं जिले के उझानी ब्लॉक स्थित रियोनईया गांव का मुख्य रास्ता पूरी तरह बदहाली का शिकार है, जिससे स्कूली बच्चों और आम ग्रामीणों का चलना-फिरना दूभर हो गया है। सड़क की सुध न लिए जाने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। अब उन्होंने ग्राम प्रधान पर सत्ता के नशे में चूर होकर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए सीधे जिलाधिकारी से मामले की जांच कराकर सड़क बनवाने की गुहार लगाई है।

गांव का यह मुख्य मार्ग पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुका है। हल्की बारिश में ही यहां कीचड़ और जलभराव की स्थिति बन जाती है, जिससे यह पहचानना मुश्किल हो जाता है कि सड़क कहां है और गड्ढा कहां। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को उठानी पड़ती है, जिन्हें हर रोज इस टूटे और कीचड़ भरे रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार बच्चे फिसलकर गिर जाते हैं, जिससे उनके कपड़े और किताबें खराब हो जाती हैं।

"प्रधान जी सत्ता के नशे में चूर हैं"

ग्रामीणों का आरोप है कि वे कई बार इस गंभीर समस्या को लेकर ग्राम प्रधान से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला। एक ग्रामीण ने गुस्से में कहा, "हमने दर्जनों बार प्रधान जी से कहा कि रास्ता सही करा दो, बच्चे गिर रहे हैं, लोग परेशान हैं। लेकिन लगता है कि वह सत्ता पक्ष से जुड़े होने के नशे में चूर हैं और उन्हें गांव वालों की परेशानी दिखाई नहीं देती।"

 

जिलाधिकारी से जांच की मांग

ग्राम प्रधान से निराश होकर अब ग्रामीणों ने जिले के आला अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने जिलाधिकारी, बदायूं को एक शिकायत पत्र सौंपकर गांव की बदहाल स्थिति से अवगत कराया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच कराई जाए और जल्द से जल्द गांव के मुख्य रास्ते का निर्माण कराया जाए, ताकि उन्हें इस "नरक जैसी जिंदगी" से निजात मिल सके।

--Advertisement--