Yogi in Varanasi : पहली बार वाराणसी में लगा सीएम योगी का जनता दर्शन, अधिकारियों को मिली अब तक की सबसे सख्त चेतावनी
News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब भी अपने गोरखपुर दौरे पर होते हैं, तो उनका 'जनता दरबार' हमेशा सुर्खियों में रहता है। लेकिन इस बार उन्होंने यह परंपरा अपनी कर्मभूमि और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में निभाई। यह पहली बार था जब सीएम योगी ने वाराणसी में 'जनता दर्शन' लगाकर सीधे आम लोगों की समस्याएं सुनीं, और उनका अंदाज कुछ ऐसा था जिसने सबका दिल जीत लिया।
जब सीएम खुद चलकर शिकायतकर्ता तक पहुंचे
आमतौर पर जनता दरबार में लोग चलकर अधिकारी या मंत्री तक जाते हैं, लेकिन वाराणसी के सर्किट हाउस में नजारा कुछ और ही था। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद अपनी कुर्सी से उठे और एक-एक शिकायतकर्ता के पास चलकर गए। उन्होंने बच्चों को दुलारा, बुजुर्गों का हाल जाना और हर किसी की शिकायत को बेहद ध्यान से सुना।
उन्होंने न केवल लोगों की अर्जियां लीं, बल्कि उनकी पीठ थपथपा कर यह भरोसा भी दिलाया कि किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। यह देखकर वहां मौजूद लोग भी हैरान थे। सीएम का यह सरल और सहज रूप देखकर कई फरियादियों की आँखें भर आईं।
अधिकारियों को मिली सख्त हिदायत
सीएम योगी ने मौके पर मौजूद कमिश्नर, जिलाधिकारी और पुलिस के आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि हर शिकायत का निस्तारण न केवल तेजी से हो, बल्कि गुणवत्तापूर्ण भी होना चाहिए, ताकि शिकायत करने वाले को पूरी तरह से संतुष्टि मिले। उन्होंने चेतावनी दी कि जनता की समस्याओं को लटकाने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
कैसे-कैसे मामले सामने आए?
इस जनता दर्शन में लगभग 100 से ज्यादा लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे। सबसे ज्यादा मामले जमीन पर अवैध कब्जे और पुलिस से जुड़ी शिकायतों के थे। इसके अलावा, कई लोग इलाज के लिए आर्थिक मदद और अन्य प्रशासनिक समस्याओं को लेकर भी मुख्यमंत्री के पास पहुंचे थे। सीएम ने कई जरूरतमंदों को इलाज के लिए आर्थिक सहायता का आश्वासन भी दिया।
वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह पहला जनता दरबार यह संदेश देता है कि सरकार अब लखनऊ और गोरखपुर से बाहर निकलकर सीधे आम जनता के दरवाजे तक पहुँच रही है और उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए पूरी तरह से गंभीर है।
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