सिर्फ रईस ही नहीं, करेंसी भी रॉयल है कुवैत जाने से पहले अपनी जेब का वजन जरूर तौल लें
News India Live, Digital Desk: हम भारतीय अक्सर डॉलर (USD) और यूरो के पीछे भागते हैं। जब भी न्यूज़ आती है कि "डॉलर महंगा हो गया", तो हमारी सांसें ऊपर-नीचे होने लगती हैं। हमें लगता है कि अमेरिकी डॉलर ही दुनिया का 'बाप' है। लेकिन दोस्तों, अगर आप ऐसा सोचते हैं, तो आज आपकी ये गलतफहमी दूर होने वाली है।
दुनिया में एक देश ऐसा है जिसकी करेंसी के सामने अमेरिका का डॉलर भी पानी भरता नज़र आता है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं कुवैत (Kuwait) और उसकी करेंसी 'कुवैती दीनार' (KWD) की।
चलिए, एक बहुत ही दिलचस्प उदाहरण से समझते हैं कि आखिर माजरा क्या है।
मान लीजिये, आप 10,000 डॉलर लेकर कुवैत गए
कल्पना कीजिये कि आपकी जेब में 10,000 अमेरिकी डॉलर हैं। अगर हम भारतीय रुपयों (INR) में बात करें, तो 2025 के हिसाब से यह रकम करीब 8.5 लाख रुपये के आसपास होगी। एक बहुत बड़ी रकम, है न? आपको लगेगा कि कुवैत जाकर तो मैं राजा की तरह रहूँगा।
लेकिन जैसे ही आप कुवैत एयरपोर्ट पर उतरेंगे और करेंसी एक्सचेंज काउंटर पर जाएंगे, आपको जोर का झटका लगेगा।
जब आप अपने 10,000 डॉलर काउंटर पर देंगे, तो बदले में आपको करीब 3,000 से 3,100 कुवैती दीनार (अनुमानित रेट के अनुसार) ही मिलेंगे।
अरे! मेरा पैसा कम क्यों हो गया?
रुकिए, घबराने की जरुरत नहीं है! आपके साथ कोई ठगी नहीं हुई है। दरअसल, यहाँ का गणित उल्टा है। दुनिया के ज्यादातर देशों में डॉलर बड़ा होता है, लेकिन कुवैत में दीनार बॉस है।
1 कुवैती दीनार की कीमत लगभग 3.25 अमेरिकी डॉलर के बराबर होती है। यानी, एक दीनार खरीदने के लिए आपको 3 डॉलर से ज्यादा खर्च करने पड़ते हैं। इसलिए जब आप डॉलर को दीनार में बदलते हैं, तो नोटों की गड्डी पतली हो जाती है, भले ही उसकी 'वैल्यू' (कीमत) उतनी ही रहे।
रुपये से तुलना करें तो उड़ जाएंगे होश
अगर हम अपने प्यारे भारतीय रुपये से कुवैती दीनार की तुलना करें, तो दिल सच में बैठ जाता है।
आज के समय में 1 कुवैती दीनार की कीमत लगभग 270 से 280 भारतीय रुपये के बीच झूलती रहती है।
यानी अगर कुवैत में कोई वेटर आपको 1 दीनार की टिप भी देता है, तो समझो आपको इंडिया के 275 रुपये मिल गए। यही वजह है कि भारत से लोग खाड़ी देशों (Gulf Countries) में कमाने के लिए भागते हैं। वहां की छोटी सी कमाई भी जब रुपये में कन्वर्ट होकर इंडिया आती है, तो बहुत बड़ी बन जाती है।
इतनी महंगी क्यों है ये करेंसी?
आपके मन में सवाल होगा कि आखिर कुवैत के पास ऐसा क्या खजाना है?
जवाब है तेल (Oil)। कुवैत दुनिया के सबसे बड़े तेल निर्यातकों में से एक है। पूरी दुनिया को तेल चाहिए और बदले में वे डॉलर में भुगतान करते हैं। कुवैत ने अपनी करेंसी को किसी बड़े 'उतार-चढ़ाव' से बचाने के लिए बहुत मजबूती से बांध रखा है। इसी कारण 'कुवैती दीनार' दुनिया की सबसे महंगी करेंसी (Highest Valued Currency) बनी हुई है
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