खालिस्तानियों की दुबई से लेकर लंदन तक की दुकान बंद ब्रिटेन ने दिया अब तक का सबसे तगड़ा झटका
News India Live, Digital Desk : हम अक्सर खबरों में सुनते हैं कि सात समंदर पार, ब्रिटेन (खासकर लंदन) में कुछ लोग भारत के खिलाफ जहर उगलते हैं। वे वहां बैठकर भारत में अशांति फैलाने के मंसूबे पालते हैं। हम बात कर रहे हैं खालिस्तान समर्थकों (Khalistan Supporters) और आतंकी संगठनों की। भारत सरकार लगातार ब्रिटेन से यह कहती रही है कि उनकी धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ हो रहा है।
और अब, ऐसा लगता है कि भारत की बात का असर हो गया है। ब्रिटेन से एक बहुत बड़ी खबर आई है जिसने भारत विरोधी ताकतों की नींद उड़ा दी है। ऋषि सुनक सरकार ने 'बब्बर खालसा' जैसे आतंकी संगठन और उन्हें पैसा पहुंचाने वाले बड़े बिजनेसमैन पर नकेल कस दी है।
आइए, आसान भाषा में जानते हैं कि ब्रिटेन ने आखिर क्या कार्रवाई की है और इसके क्या मायने हैं।
बब्बर खालसा की फंडिंग पर 'ताला'
किसी भी आंदोलन या आतंकी संगठन को चलाने के लिए सबसे ज्यादा जरुरत होती है 'पैसे' की। ब्रिटेन सरकार ने इसी दुखती रग पर हाथ रखा है। उन्होंने कुख्यात आतंकी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (Babbar Khalsa International) की फंडिंग को पूरी तरह रोकने के लिए कड़े प्रतिबंध लगा दिए हैं।
इसका मतलब यह है कि अब ब्रिटेन से कोई भी व्यक्ति या संस्था इस संगठन को चंदा या मदद नहीं भेज पाएगी। इनके बैंक खाते और संपत्ति जब्त (Freeze) करने के आदेश दिए गए हैं।
सिख बिजनेसमैन पर भी गिरी गाज
इस पूरी कार्रवाई में एक बड़ा नाम सामने आया है। खबरों के मुताबिक, ब्रिटेन ने एक प्रमुख सिख व्यवसायी (Businessman) पर भी प्रतिबंध लगाया है, जिस पर बब्बर खालसा को आर्थिक मदद देने (Funding) का आरोप है।
यह बिजनेसमैन कथित तौर पर अपनी कमाई का हिस्सा भारत विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में लगा रहा था। अब उसकी सारी संपत्ति फ्रीज कर दी गई है और उसके व्यापारिक लेन-देन पर भी रोक लगा दी गई है। यह उन सभी लोगों के लिए एक चेतावनी है जो परदे के पीछे से आतंकियों की मदद करते हैं।
भारत की कूटनीति की बड़ी जीत
दोस्तों, यह अचानक लिया गया फैसला नहीं है। यह भारत की 'जीरो टॉलरेंस' (Zero Tolerance) नीति और एनएसए (NSA) अजीत डोभाल समेत हमारी एजेंसियों की मेहनत का नतीजा है।
भारत ने ब्रिटेन को साफ कर दिया था कि अगर आप हमारे दुश्मनों को पनाह देंगे, तो दोस्ताने रिश्तों पर असर पड़ेगा। अब जब दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता (FTA) होने वाला है, ब्रिटेन भारत को नाराज करने का जोखिम नहीं उठा सकता।
क्या होगा असर?
जब 'रसद' (पैसा) ही नहीं मिलेगी, तो जंग कैसे लड़ी जाएगी?
- खालिस्तानी गुटों के लिए अब वहां रैलियां निकालना और प्रोपेगेंडा फैलाना मुश्किल होगा।
- नये लोगों को बरगलाना और हथियार खरीदना नामुमकिन हो जाएगा।
- विदेश में बैठे भारत विरोधी तत्वों में अब खौफ पैदा होगा कि उनका नंबर भी आ सकता है।
--Advertisement--