भगवान राम से आखिर इतनी दिक्कत क्यों? गौरव वल्लभ ने राहुल गांधी से पूछ लिया तीखा सवाल

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News India Live, Digital Desk : भारतीय राजनीति में कब कौन, किसका पुराना साथी विरोधी बन जाए और ऐसी बात बोल दे जो चुभ जाए, कहा नहीं जा सकता। ताजा मामला भाजपा नेता गौरव वल्लभ का है। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है और मामला सीधा 'भगवान राम' और 'भारतीय संस्कृति' से जुड़ा है।

हाल ही में गौरव वल्लभ ने राहुल गांधी के बयानों और उनके रुख को लेकर कई सवाल खड़े किए। एक समय कांग्रेस के तेज-तर्रार प्रवक्ता रहे गौरव वल्लभ, जो अब भाजपा का चेहरा हैं, उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि राहुल गांधी को भगवान राम और सनातन संस्कृति से न जाने क्यों, अजीब सी दिक्कत है।

"विदेशी मुद्दों पर बात, देश की आस्था पर चुप?"

गौरव वल्लभ ने बातचीत के दौरान एक बड़ी दिलचस्प बात उठाई। उनका कहना था कि राहुल गांधी को जब भी मौका मिलता है, वो सनातन धर्म या भारतीय आस्था के प्रतीकों पर हमला करने से नहीं चूकते। गौरव ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल जी को अमेरिका और वियतनाम की जेलों के बारे में तो सब पता है, वो वहां के मानवाधिकारों पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन जब बात अपने ही देश की आस्था के केंद्र, यानी अयोध्या के राम मंदिर की आती है, तो उनका रवैया बदल जाता है।

वल्लभ ने लोगों को याद दिलाया कि कैसे कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के न्योते को ठुकरा दिया था। उनका कहना है कि राहुल गांधी के मन में भारतीय संस्कारों और भगवान राम के प्रति एक "नफरत" का भाव दिखता है, जो राजनीति से प्रेरित लगता है।

संविधान सम्मेलन पर भी घेरा

राहुल गांधी इन दिनों 'संविधान सम्मान सम्मेलन' के जरिए अपनी बात रख रहे हैं। इस पर भी गौरव वल्लभ ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि जो लोग दिन-रात संविधान की बातें करते हैं, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसी संविधान के मूल पन्ने पर भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के चित्र अंकित हैं। वल्लभ का इशारा साफ था— अगर आप संविधान का सम्मान करते हैं, तो आपको भगवान राम का भी सम्मान करना होगा, क्योंकि वो भारत की आत्मा हैं।

एक सोच का अंतर

यह हमला सिर्फ एक राजनीतिक बयान नहीं है, बल्कि भाजपा इसे एक वैचारिक लड़ाई की तरह पेश कर रही है। गौरव वल्लभ बार-बार यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी खुद को जानबूझकर भारत की मुख्य सांस्कृतिक धारा से काट रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता और भारत की वैश्विक छवि से भी परेशानी है, इसलिए वो अक्सर देश के बाहर जाकर सरकार की नहीं, बल्कि देश की आलोचना करते हैं।

अब सवाल यह है कि गौरव वल्लभ के इन तीखे सवालों का जवाब कांग्रेस कैसे देगी? लेकिन एक बात तो साफ़ है, जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे या सियासी गर्मी बढ़ेगी, 'राम' और 'सनातन' का मुद्दा फिर से चर्चा के केंद्र में रहने वाला है।

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