भारत-बांग्लादेश दोस्ती की नई उड़ान क्या है 50 हज़ार टन चावल का राज़

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News India Live, Digital Desk : बांग्लादेश भारत के साथ अपने रिश्ते बेहतर बनाने पर जोर दे रहा है. पड़ोसी देश के वित्त सलाहकार डॉ. सालेहुद्दीन अहमद ने इस बात पर खास जोर दिया है कि बांग्लादेश भारत जैसे बड़े देश के साथ अपने संबंध खराब नहीं करना चाहता, बल्कि उन्हें और मजबूत करना चाहता है. उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि बांग्लादेश भारत से 50 हज़ार टन चावल खरीदने वाला है.

दरअसल, हाल के दिनों में भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में थोड़ी खटास देखने को मिली थी बांग्लादेश में कुछ भारत विरोधी भावनाएँ भी उभरती दिखाई दे रही थीं और दोनों देशों के बीच वीजा सेवाओं को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था.ऐसे में, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के वित्त सलाहकार अहमद का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है.उन्होंने साफ किया कि अंतरिम सरकार भारत के खिलाफ किसी भी तरह के बयानबाजी का समर्थन नहीं करती और ऐसे बयान पूरी तरह से राजनीतिक हैं

अहमद ने बताया कि बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस खुद भारत के साथ बेहतर राजनयिक संबंध बनाने के लिए अलग-अलग लोगों से बातचीत कर रहे हैं. उनका कहना है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को प्राथमिकता दी जाएगी और इसे राजनीतिक बयानबाजी से अलग रखा जाएगा. भारत से 50,000 टन गैर-बासमती चावल खरीदने का फैसला इसी दिशा में एक कदम है. बांग्लादेश को अभी अनाज की ज़रूरत है और भारत से चावल खरीदना उनके लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद होगा, क्योंकि वियतनाम जैसे देशों से यह महंगा पड़ सकता है. यह खरीद देश की खाद्य सुरक्षा और बढ़ती उपभोक्ता मांग को पूरा करने में मदद करेगी.

कुल मिलाकर, बांग्लादेश यह दिखाना चाहता है कि वह भारत को एक महत्वपूर्ण पड़ोसी और व्यापारिक साझेदार मानता है, जिसके साथ रिश्ते सुधारना उसकी प्राथमिकता है.

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