पाकिस्तान की विदेश नीति पर गंभीर सवाल: क्या भारत ने अफगानिस्तान में पाकिस्तान को पछाड़ दिया
News India Live, Digital Desk : पाकिस्तान के प्रमुख नेता और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने हाल ही में अपनी ही सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने खुलकर कहा है कि पाकिस्तान की अफगानिस्तान नीति पूरी तरह से फेल हो गई है, खासकर भारत के मुद्दे पर. मौलाना फजलुर रहमान ने इस बात पर चिंता जताई कि भारत अफगानिस्तान में लगातार अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है, लेकिन हैरानी की बात ये है कि काबुल इस पर कोई आपत्ति नहीं जता रहा है.
कराची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फजलुर रहमान ने ये बात उठाई. उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालों में पाकिस्तान की किसी भी सरकार ने अफगानिस्तान के साथ अपने रिश्तों को बेहतर बनाने पर ध्यान नहीं दिया, बल्कि उन्हें और खराब कर दिया. उनके मुताबिक, भारत की कोशिश है कि वो अफगानिस्तान में अपनी पैठ मजबूत करे और वहाँ के जरिए पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करे. लेकिन, पाकिस्तान इस मामले में काफी पीछे रह गया है.
मौलाना फजलुर रहमान ने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान काबुल के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखता, तो भारत को अफगानिस्तान में इतना मौका नहीं मिलता. उन्होंने ये भी जोड़ा कि पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति पर दोबारा सोचने की ज़रूरत है, खासकर जब बात अफगानिस्तान और भारत की हो. उनका मानना है कि मौजूदा हालात पाकिस्तान के लिए ठीक नहीं हैं और इससे देश को बड़ा नुकसान हो सकता है.
संक्षेप में कहें तो, मौलाना फजलुर रहमान अपनी सरकार की विदेश नीति को लेकर काफी नाराज़ हैं और चाहते हैं कि पाकिस्तान अफगानिस्तान के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाए ताकि भारत की बढ़ती गतिविधियों का मुकाबला किया जा सके.
--Advertisement--