महिला स्वास्थ्य: योनि कैंसर क्या है, युवा महिलाएं भी इसका शिकार क्यों हो रही हैं?

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वल्वर कैंसर एक दुर्लभ लेकिन गंभीर कैंसर है जो महिला के गुप्तांग, वल्वा में होता है। वल्वा में योनि का बाहरी भाग, जिसमें क्लिटोरिस और लेबिया शामिल हैं, त्वचा की बाहरी और भीतरी परतें शामिल हैं, शामिल हैं। यह कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है और शुरुआती चरणों में इसका पता लगाना मुश्किल हो सकता है।

योनि कैंसर के दो मुख्य प्रकार हैं। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा, जो ज़्यादा आम है, और मेलेनोमा, जो कम आम है लेकिन गंभीर हो सकता है। जोखिम कारकों में ह्यूमन पेपिलोमावायरस संक्रमण, जननांग मस्सों के लंबे समय तक संपर्क में रहना, बढ़ती उम्र और कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली शामिल हैं। धूम्रपान और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली भी इस जोखिम को बढ़ा सकती है।

योनि कैंसर के दो मुख्य प्रकार हैं। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा, जो ज़्यादा आम है, और मेलेनोमा, जो कम आम है लेकिन गंभीर हो सकता है। जोखिम कारकों में ह्यूमन पेपिलोमावायरस संक्रमण, जननांग मस्सों के लंबे समय तक संपर्क में रहना, बढ़ती उम्र और कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली शामिल हैं। धूम्रपान और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली भी इस जोखिम को बढ़ा सकती है।

योनि कैंसर के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे दिखाई देते हैं, लेकिन इन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इसके सबसे आम लक्षणों में गुप्तांगों में लगातार खुजली या जलन, असामान्य गांठें या सूजन, त्वचा के रंग में बदलाव और असामान्य रक्तस्राव शामिल हैं। कभी-कभी महिलाओं को संभोग के दौरान पेशाब करने में कठिनाई होती है।

 

प्रभावित क्षेत्र की त्वचा पर सफेद, लाल धब्बे भी दिखाई दे सकते हैं। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, यह आसपास के ऊतकों और अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है। इसलिए, ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से जाँच करवाना बेहद ज़रूरी है।

प्रभावित क्षेत्र की त्वचा पर सफेद, लाल धब्बे भी दिखाई दे सकते हैं। जैसे-जैसे कैंसर बढ़ता है, यह आसपास के ऊतकों और अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है। इसलिए, ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से जाँच करवाना बेहद ज़रूरी है।

 

डॉक्टरों का कहना है कि पहले वल्वर कैंसर को ज़्यादातर बड़ी उम्र की महिलाओं की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब कम उम्र की महिलाओं में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण एचपीवी संक्रमण है, जो संभोग के ज़रिए फैलता है। बदलती जीवनशैली, समय से पहले यौन क्रिया और असुरक्षित संभोग से इस संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है।

डॉक्टरों का कहना है कि पहले वल्वर कैंसर को ज़्यादातर बड़ी उम्र की महिलाओं की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब कम उम्र की महिलाओं में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण एचपीवी संक्रमण है, जो संभोग के ज़रिए फैलता है। बदलती जीवनशैली, समय से पहले यौन क्रिया और असुरक्षित संभोग से इस संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है।

 

इसके अलावा, कमज़ोर इम्यून सिस्टम, तनाव और नींद की कमी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करती है। जिससे वायरस का असर बढ़ जाता है। कुछ महिलाएं प्राइवेट पार्ट में होने वाली छोटी-मोटी समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर देती हैं और समय पर डॉक्टर से सलाह नहीं लेतीं, यही वजह है कि कैंसर का पता देर से चलता है। जागरूकता की कमी और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच न करवाना भी एक बड़ा कारण है। आजकल कम उम्र की महिलाएं इस बीमारी का शिकार हो रही हैं।

इसके अलावा, कमज़ोर इम्यून सिस्टम, तनाव और नींद की कमी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करती है। जिससे वायरस का असर बढ़ जाता है। कुछ महिलाएं प्राइवेट पार्ट में होने वाली छोटी-मोटी समस्याओं को नज़रअंदाज़ कर देती हैं और समय पर डॉक्टर से सलाह नहीं लेतीं, यही वजह है कि कैंसर का पता देर से चलता है। जागरूकता की कमी और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच न करवाना भी एक बड़ा कारण है। आजकल कम उम्र की महिलाएं इस बीमारी का शिकार हो रही हैं।

अगर हम योनि कैंसर से बचाव के उपायों की बात करें तो सुरक्षित संभोग करें और एचपीवी वैक्सीन लगवाएं, गुप्तांगों की स्वच्छता का ध्यान रखें और धूम्रपान व शराब के सेवन से दूर रहें।

अगर हम योनि कैंसर से बचाव के उपायों की बात करें तो सुरक्षित संभोग करें और एचपीवी वैक्सीन लगवाएं, गुप्तांगों की स्वच्छता का ध्यान रखें और धूम्रपान व शराब के सेवन से दूर रहें।

किसी भी असामान्य खुजली या दाने को नज़रअंदाज़ न करें। समय-समय पर डॉक्टर से मिलें। स्वस्थ आहार और जीवनशैली अपनाएँ।

किसी भी असामान्य खुजली या दाने को नज़रअंदाज़ न करें। समय-समय पर डॉक्टर से मिलें। स्वस्थ आहार और जीवनशैली अपनाएँ।

नोट: यहाँ दी गई जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। किसी भी उपचार को शुरू करने या लागू करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना ज़रूरी है। (सभी फ़ोटो: कैनवा)

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