उत्तर प्रदेश को जल्द मिलेगी देश की पहली AI-आधारित मल्टीडिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटी: सीएम योगी आदित्यनाथ आज करेंगे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के नए परिसर का उद्घाटन
AI Based University in Unnao: उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से उन्नाव क्षेत्र, शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की ओर बढ़ रहा है। राज्य को जल्द ही देश की पहली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित ऑगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटी मिलने जा रही है। इस महत्वपूर्ण संस्थान का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के नए परिसर में किया जाएगा, जो लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर स्थित है। इस पहल का उद्देश्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक ले जाना है।
एआई से संचालित आधुनिक शिक्षा का मॉडल
यह नई यूनिवर्सिटी, टेक्नोलॉजी और रोजगार पर केंद्रित शिक्षा का एक बेहतरीन उदाहरण पेश करेगी। पिछले छह वर्षों से, उत्तर प्रदेश सरकार सक्रिय रूप से दुनिया भर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों को राज्य में निवेश के लिए प्रोत्साहित कर रही है, और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी इसका एक प्रत्यक्ष प्रमाण है, जो भारत के शीर्ष पांच विश्वविद्यालयों में से एक है।
सभी के लिए सुलभ और सस्ती शिक्षा का वादा
इस अत्याधुनिक यूनिवर्सिटी में, प्रत्येक कोर्स को एआई-आधारित टेक्नोलॉजी की सहायता से पढ़ाया जाएगा। इससे विद्यार्थियों को न केवल गहरा किताबी ज्ञान प्राप्त होगा, बल्कि वे भविष्य की तकनीकों और वैश्विक बाजार की मांगों के अनुरूप आवश्यक स्किल्स भी विकसित कर पाएंगे। संस्थान ने सभी छात्रों के लिए आसान, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने का वादा किया है। अब तक, उत्तर प्रदेश में लगभग 20 निजी और 8 सरकारी विश्वविद्यालय स्थापित हो चुके हैं।
छात्र बनेंगे रोजगार प्रदाता, न कि 'रोजगार चाहने वाले'
सरकार ने विश्वविद्यालयों को ऐसे पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया है जो रोजगार-उन्मुख और प्रौद्योगिकी-आधारित हों। इस दिशा में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का नया परिसर एक महत्वपूर्ण कदम है। यहां की एआई-आधारित शिक्षा छात्रों में नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देगी, जिससे वे 'नौकरी मांगने वाले' से 'नौकरी देने वाले' बनने की ओर अग्रसर होंगे।
यूनिवर्सिटी की विशेष्ताएँ:
नई यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिंग, मेडिकल, मैनेजमेंट और साइंस जैसे पारंपरिक पाठ्यक्रमों के अलावा, डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी और इनोवेशन-ड्रिवन स्टार्टअप प्रोग्राम्स पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह कदम छात्रों की नवाचार क्षमता को बढ़ाएगा और राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम को नई गति प्रदान करेगा।
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