UP news : मां की मौत, परिवार ने छोड़ा साथ, कुत्ता ट्रेनर बेटा शव लेकर सड़क पर भटकने को मजबूर
News India Live, Digital Desk: कभी-कभी ज़िंदगी में ऐसी दर्दनाक और विचलित करने वाली घटनाएँ सामने आती हैं, जिन पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है. कुछ ऐसी ही एक दिल तोड़ने वाली खबर सामने आई है, जहाँ एक मां की मौत के बाद उसका बेटा उसके अंतिम संस्कार के लिए अकेले भटक रहा है. हैरान करने वाली बात यह है कि इस बेटे के परिवार के बाकी सदस्यों ने शव लेने से ही मना कर दिया है, क्योंकि लंबे समय से उनके बीच गहरे मतभेद और दूरियां चल रही थीं. यह एक कुत्ता ट्रेनर बेटे की कहानी है, जिसकी दुनिया अब और सिमट गई है, क्योंकि मां की अंतिम विदाई के लिए उसके पास न तो परिवार का साथ है और न ही पर्याप्त पैसे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मृतक महिला का परिवार, जिनसे उनका और उनके बेटे का लंबे समय से अलगाव था, ने अपनी मां/बहु/रिश्तेदार के शव को स्वीकार करने से स्पष्ट इनकार कर दिया है. उन्होंने पूरी तरह से किनारा कर लिया है, जिससे बेटे पर अकेला ही सारे रीति-रिवाज निभाने का बोझ आ गया है. बेटे के लिए यह स्थिति किसी पहाड़ से कम नहीं है. भावनात्मक रूप से पहले ही अपनी मां को खोने के गम में डूबा बेटा, अब अंतिम संस्कार की आर्थिक और सामाजिक जिम्मेदारियों के तले दबा हुआ महसूस कर रहा है. उसके पास अंतिम संस्कार कराने तक के लिए पैसों की तंगी है, और किसी का सहारा न होने के कारण वह पूरी तरह से अकेला पड़ गया है.
यह घटना हमें रिश्तों की नाजुकता और समय के साथ परिवारों में बढ़ रही कटुता को सोचने पर मजबूर करती है. इंसानियत के नाते भी, कम से कम अंतिम विदाई तो हर व्यक्ति को गरिमापूर्ण तरीके से मिलनी चाहिए. इस तरह के सामाजिक अलगाव की स्थिति वाकई चिंतनीय है, जब मां की मौत के बाद भी बच्चे को अपने परिवार से किसी तरह की मदद नहीं मिल पा रही. इस समय बेटे को हर तरफ से सहयोग की जरूरत है ताकि वह अपनी मां को आखिरी विदाई दे सके.
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