अमेरिकी वीज़ा नीतियों में जनवरी 2025 के बाद ट्रम्प प्रशासन के बदलाव: एक पूरी तस्वीर
जनवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रम्प के पुनः व्हाइट हाउस में आने के बाद, अमेरिका ने अपने वीज़ा और आव्रजन नीतियों में कई कड़े और व्यापक बदलाव किए हैं, जिनका असर छात्रों, कुशल कर्मचारियों, पर्यटकों और अन्य श्रमिकों पर पड़ा है। ये बदलाव मुख्यतः राष्ट्रीय सुरक्षा और अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए लागू किए गए हैं।
प्रमुख बदलाव और नई नीतियां
विस्तृत ट्रैवल बैन (June 2025): ट्रम्प प्रशासन ने 12 देशों के नागरिकों पर पूर्ण वीज़ा प्रवेश प्रतिबंध और 7 देशों पर आंशिक प्रतिबंध लागू किए, जिसमें मध्य पूर्व, उत्तर अफ्रीका, और उप-सहारा अफ्रीका के कई देशों को शामिल किया गया है। इस बैन के तहत कई प्रकार के इमिग्रेंट और नॉन-इमिग्रेंट वीज़ा पर रोक लगी है, जिसमें छात्र, व्यवसायी और पर्यटक भी शामिल हैं। वहीं कुछ छूट वाले वर्ग, जैसे वर्तमान वीज़ा धारक, स्थायी निवासी, और प्रमुख खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ी, इससे मुक्त हैं।
वीजा इंटरव्यू छूट का अंत (सफल सितंबर 2025): लंबे समय से चल रही "ड्रॉपबॉक्स" या इंटरव्यू छूट योजना को खत्म कर दिया गया है। अब H-1B, L1, F1, O1 सहित अधिकांश वीज़ा आवेदकों को कांसुलर ऑफिसर के सामने व्यक्तिगत रूप से इंटरव्यू देना होगा, जिसमें 14 वर्ष से कम और 79 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल हैं।
सामाजिक मीडिया इतिहास की जांच: सभी वीज़ा आवेदकों को लगभग अपनी पूरी सोशल मीडिया गतिविधि प्रदान करनी होगी, जो संभावित सुरक्षा खतरे के आकलन के लिए जांची जाती है।
H-1B वीज़ा सुधार और ग्रीन कार्ड पथ पर बदलाव: अगस्त 2025 से H-1B वीज़ा धारकों के बच्चे, जो 21 वर्ष के हो चुके हैं, अब अपने माता-पिता की ग्रीन कार्ड अप्लीकेशन लंबित रहने के बावजूद अपनी पूर्व संरक्षण स्थिति खो देंगे। इसके अलावा, H-1B वीज़ा प्रक्रिया को उच्च वेतन पाने वाले विदेशी कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देने के लिए पुनः विनियमित किया जा रहा है, ताकि अमेरिकी कर्मचारियों के साथ प्रतिस्पर्धा को सीमित किया जा सके।
यहूदी-विरोधी गतिविधियों पर सख्ती: USCIS ने ऑनलाइन और ऑफलाइन यहूदी-विरोधी गतिविधियों को आव्रजन लाभों से वंचित करने का आधार बनाया है।
ट्रैवल परमिट्स पर बांड व्यवस्था: कुछ उच्च जोखिम वाले देशों के पर्यटक और व्यवसाय वीज़ा आवेदकों के लिए $15,000 तक के वित्तीय बांड जमा करने का नियम लागू है।
विशिष्ट मुल्कों के नागरिकों के लिए पुनः प्रविष्टि प्रतिबंध: 12 देशों के नागरिकों पर प्रवेश प्रतिबंध को पुनः लागू किया गया है, जिससे पहले के ट्रैवल बैन की तर्ज पर नियंत्रण सख्त हुआ है।
इसके प्रभाव
इन नियमों ने अमेरिका में आव्रजन चाहने वालों की गति को धीमा कर दिया है, खासतौर पर विदेशी छात्रों और कुशल कर्मचारियों को। कई भारतीय परिवारों के बच्चों के ग्रीन कार्ड मार्ग में रोक आई है। साथ ही, कई विदेशी डॉक्टरों, छात्र और उद्यमी इस नियम के कारण अपनी यात्रा पर असमंजस में हैं। अथॉरिटी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन नियमों के कारण कानूनी चुनौतियां संभव हैं, और स्थायी प्रभाव देखने बाकी है।
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