Treasure of health: द्रोणपुष्पी और उसके अनगिनत स्वास्थ्य लाभ

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News India Live, Digital Desk: Treasure of health:  आपने अपने आस-पास कई ऐसे पौधे देखे होंगे, जिनकी शायद आप कीमत नहीं जानते। इन्हीं में से एक है द्रोणपुष्पी, जिसे ग्रामीण इलाकों में "गुमा" भी कहते हैं। यह छोटा सा पौधा औषधीय गुणों से भरपूर है और सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए किया जा रहा है। द्रोणपुष्पी अपने औषधीय महत्व के कारण विशेष पहचान रखती है और यह हमारी रसोई से लेकर कई बीमारियों की दवा तक में सहायक साबित हो सकती है। आइए, जानते हैं इस चमत्कारी पौधे के क्या-क्या फायदे हैं।

संक्रमण और बुखार में सहायक

जब भी मौसम बदलता है, या फिर वायरल संक्रमण का डर सताता है, तो हमें बुखार, सर्दी-खांसी जैसी दिक्कतें घेर लेती हैं। द्रोणपुष्पी यहाँ एक अद्भुत भूमिका निभाती है। इसका सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है। अगर आप मलेरिया या डेंगू जैसे बुखार से पीड़ित हैं, तो द्रोणपुष्पी का रस या काढ़ा बहुत फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह बुखार उतारने और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है।

पाचन तंत्र और आंतरिक अंगों के लिए वरदान

यह पौधा हमारी पाचन क्रिया के लिए भी बहुत लाभदायक है। द्रोणपुष्पी पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे कब्ज और अपच में राहत दिलाने में मदद कर सकती है, क्योंकि यह पाचन शक्ति को बेहतर बनाती है। साथ ही, लिवर से जुड़ी समस्याओं, खासकर पीलिया में भी इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है। यह लिवर को डिटॉक्स करने और उसकी कार्यप्रणाली को सुधारने में सहायक है। इसके अलावा, यह पथरी जैसी समस्या से राहत दिलाने में भी मददगार हो सकती है।

दर्द निवारक और त्वचा संबंधी उपचार

सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द से छुटकारा दिलाने में भी द्रोणपुष्पी का अपना महत्व है। इसकी पत्तियों को पीसकर माथे पर लगाने से काफी आराम मिल सकता है। त्वचा से जुड़ी परेशानियां जैसे खुजली, दाद, एक्जिमा, सोरायसिस या अन्य त्वचा रोगों में भी यह पौधा फायदेमंद साबित होता है। इसकी पत्तियों का लेप लगाने से त्वचा संबंधी कई तरह की समस्याओं में आराम मिलता है। इतना ही नहीं, कीट-पतंगों के काटने या बिच्छू के डंक के असर को कम करने में भी यह सहायक है।

श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद

खांसी, जुकाम और अस्थमा जैसी सांस संबंधी समस्याओं में भी द्रोणपुष्पी का प्रयोग आराम दे सकता है। इसकी पत्तियां या इसका अर्क श्वसन मार्गों को साफ करने और जमा कफ को बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।

यह सभी फायदे हमें इस पारंपरिक औषधि की तरफ आकर्षित करते हैं, लेकिन यह बेहद महत्वपूर्ण है कि किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के लिए द्रोणपुष्पी का उपयोग करने से पहले किसी योग्य चिकित्सक या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें। यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है और चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है।

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