छत्तीसगढ़ में अंधविश्वास का खौफनाक खेल तंत्र-मंत्र के चक्कर में गई 3 जान

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News India Live, Digital Desk : विज्ञान चाहे चाँद पर पहुँच जाए, लेकिन हमारे समाज में अंधविश्वास की जड़ें इतनी गहरी हैं कि लोग अपनी जान देने से भी नहीं चूकते। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से आज एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यहाँ संदिग्ध तंत्र-मंत्र (Tantric Ritual) की वजह से तीन लोगों की मौत हो गई है।

आखिर हुआ क्या था उस रात? (What happened that night?)

मामला कोरबा के एक गांव का है। खबरों के मुताबिक, कुछ लोग एक बंद कमरे में कोई विशेष पूजा या तंत्र साधना कर रहे थे। ऐसा माना जा रहा है कि वो अपनी परेशानियों को दूर करने या किसी "जादुई चमत्कार" की उम्मीद में यह सब कर रहे थे।

अक्सर ऐसे मामलों में देखा गया है कि तांत्रिक पूजा के नाम पर लोग घर के दरवाजे-खिड़कियां पूरी तरह बंद कर देते हैं ताकि 'हवा' पास न हो। इसके बाद वहां हवन कुंड या अंगीठी में आग जलाई जाती है, अजीबोगरीब जड़ी-बूटियां सुलगाई जाती हैं। पुलिस का शक है कि इस मामले में भी वही हुआ।

बंद कमरे में जलती आग की वजह से जहरीली गैस (Carbon Monoxide) बनी और ऑक्सीजन ख़त्म हो गई। पूजा में लीन लोग शायद यह समझ ही नहीं पाए कि कब उनका दम घुटने लगा और कब वे बेहोश होकर हमेशा के लिए सो गए।

सुबह का मंजर देख चीख पड़े लोग

जब काफी देर तक घर का दरवाज़ा नहीं खुला, तो आसपास के लोगों को शक हुआ। दरवाजा तोड़ा गया या किसी तरह अंदर देखा गया, तो वहां का नजारा डरावना था। तीन लोग जमीन पर बेसुध पड़े थे। मौके पर ही उनकी मौत हो चुकी थी। वहां पूजा-पाठ की सामग्री और राख बिखरी पड़ी थी, जो इशारा कर रही थी कि मामला साधारण नहीं, बल्कि झाड़-फूंक और काला जादू का है।

पुलिस क्या कह रही है?

पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लिया। पुलिस का भी यही मानना है कि पहली नज़र में यह "दम घुटने" (Suffocation) का मामला लग रहा है जो अंधविश्वास के चलते हुआ। क्या वहां कोई तांत्रिक भी मौजूद था जो भाग गया, या परिवार वाले खुद ही यह 'साधना' कर रहे थे? इसकी जांच अभी चल रही है। फॉरेंसिक टीम (Forensic Team) मौके से सबूत जुटा रही है कि कहीं उन्हें कोई जहरीला प्रसाद तो नहीं खिलाया गया था।

समाज के लिए सबक

यार, यह घटना हमें झकझोरने वाली है। परेशानी हर किसी की जिंदगी में होती है—चाहे वो बीमारी हो, पैसों की तंगी हो या गृह कलेश। लेकिन इसका हल किसी तांत्रिक के पास नहीं, बल्कि समझदारी में होता है। ऐसे ढोंगी बाबाओं या टोटकों के चक्कर में पड़कर लोग न सिर्फ़ अपना पैसा गंवाते हैं, बल्कि अपनी और अपनों की जान भी जोखिम में डाल देते हैं।

कोरबा की यह घटना एक चेतावनी (Warning) है। संभल जाइए और अंधविश्वास के इस जाल से दूर रहिए। भगवान में आस्था रखिये, लेकिन अंधभक्ति में अपनी जान मत दीजिये।

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