Sports News : नीरज चोपड़ा का बदला मिशन टोक्यो, ज्यूरिख की गलतियों से सबक लेकर करेंगे बड़ा वार
News India Live, Digital Desk: भारत के 'गोल्डन बॉय' नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन किया है, लेकिन इस बार वह अपने प्रदर्शन से खुद खुश नहीं हैं। ज्यूरिख में हुई प्रतिष्ठित डायमंड लीग के फाइनल में नीरज चोपड़ा ने लगातार तीसरी बार दूसरा स्थान हासिल किया।उन्होंने अपने आखिरी प्रयास में 85.01 मीटर का थ्रो करके सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
जर्मनी के जूलियन वेबर ने इस मुकाबले में 91.57 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता और सबको पीछे छोड़ दिया। वेबर का प्रदर्शन इतना शानदार था कि नीरज भी उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए।
अपने प्रदर्शन से क्यों खुश नहीं नीरज?
आमतौर पर 88 मीटर से ऊपर का थ्रो आसानी से करने वाले नीरज इस फाइनल में संघर्ष करते दिखे। उनके छह प्रयासों में से सिर्फ तीन ही वैध थे, जो उनके जैसे बड़े खिलाड़ी के लिए सामान्य बात नहीं है। इसी वजह से, मेडल जीतने के बावजूद उनके चेहरे पर वो संतुष्टि नहीं थी, जिसकी सबको आदत है।
प्रतियोगिता के बाद नीरज ने साफ कहा कि प्रदर्शन बहुत बुरा नहीं था, लेकिन अभी उन्हें और मेहनत करनी है। उन्होंने कहा, “यह बहुत बुरा नहीं था। लेकिन हम वर्ल्ड चैंपियनशिप के बहुत करीब हैं, इसलिए मुझे अभी थोड़ा और दूर फेंकने की जरूरत है।”
अब टोक्यो पर हैं नजरें
नीरज चोपड़ा के लिए यह डायमंड लीग फाइनल अगले महीने टोक्यो में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए एक बड़ी तैयारी की तरह था। वह टोक्यो में अपने वर्ल्ड चैंपियन के खिताब को बचाने उतरेंगे।
ज्यूरिख के नतीजे को देखते हुए उन्होंने एक तरह से चेतावनी भी दे दी है। उन्होंने कहा, "हम तीन हफ्तों में देखेंगे। मुझे अभी थोड़ी और ट्रेनिंग करनी होगी। इस खेल में आप कुछ नहीं कह सकते, यह उस दिन पर निर्भर करता है। टोक्यो में सब कुछ अलग होगा।
नीरज के इस बयान से साफ है कि डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहना उनकी जीत की भूख को और बढ़ा गया है। अब पूरे देश की निगाहें टोक्यो पर हैं, जहां एक बार फिर नीरज चोपड़ा से सुनहरी उम्मीदें जुड़ी हैं।
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