घंटों बैठकर काम करने से कमर में होता है दर्द? ये 5 जादुई योगासन देंगे तुरंत आराम

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News India Live, Digital Desk: आज की लाइफस्टाइल में कमर दर्द (Back Pain) एक ऐसी आम समस्या बन गई है, जो उम्र नहीं देखती। घंटों तक कंप्यूटर के सामने एक ही पोजीशन में बैठे रहना, गलत तरीके से उठना-बैठना, और शारीरिक गतिविधि की कमी... ये सब मिलकर हमारी कमर, खासकर रीढ़ की हड्डी पर बहुत बुरा असर डालते हैं।

लोग इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए पेनकिलर, बाम और महंगी थेरेपी का सहारा लेते हैं, जो कुछ समय के लिए तो आराम दे देते हैं, लेकिन समस्या को जड़ से खत्म नहीं करते। पर क्या आप जानते हैं कि हमारी प्राचीन योग विद्या में इस दर्द का एक बहुत ही सरल, स्थायी और कारगर समाधान छिपा है?

योग न केवल हमारी मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाता है, बल्कि यह कमर दर्द के मूल कारण, यानी रीढ़ की हड्डी के तनाव को भी कम करता है। तो चलिए जानते हैं उन 5 शक्तिशाली योगासनों के बारे में, जो आपकी कमर के दर्द के लिए 'रामबाण' साबित हो सकते हैं।

1. कटिचक्रासन (Waist Rotating Pose)

  • क्या है ये: 'कटि' का मतलब कमर और 'चक्र' का मतलब पहिया। यह कमर को घुमाने वाला एक बहुत ही सरल आसन है।
  • कैसे करें: सीधे खड़े हो जाएं, दोनों पैरों में कंधों के बराबर दूरी रखें। अब सांस भरते हुए अपने दोनों हाथों को कंधों की सीध में सामने की ओर फैलाएं। सांस छोड़ते हुए अपनी कमर को दाईं ओर घुमाएं और बाएं हाथ को दाएं कंधे पर व दाएं हाथ को कमर के पीछे ले जाएं। गर्दन को भी दाईं ओर घुमाएं। कुछ सेकंड रुककर सांस लेते हुए वापस आएं। यही प्रक्रिया दूसरी तरफ भी दोहराएं।
  • फायदा: यह रीढ़ की हड्डी और कमर की मांसपेशियों को एक बेहतरीन ट्विस्ट देता है, जिससे अकड़न दूर होती है।

2. भुजंगासन (Cobra Pose)

  • क्या है ये: इस आसन में शरीर का आकार फन उठाए हुए सांप (भुजंग) जैसा होता है।
  • कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं। अपनी हथेलियों को कंधों के नीचे जमीन पर रखें। अब सांस भरते हुए धीरे-धीरे अपनी छाती और सिर को ऊपर उठाएं। नाभि तक का हिस्सा ही उठाना है। कुछ सेकंड रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए वापस आ जाएं।
  • फायदा: यह पीठ के निचले हिस्से (lower back) के दर्द के लिए सबसे असरदार आसनों में से एक है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है।

3. सेतुबंधासन (Bridge Pose)

  • क्या है ये: इस आसन में शरीर एक पुल (सेतु) के आकार का बन जाता है।
  • कैसे करें: पीठ के बल लेट जाएं। अपने घुटनों को मोड़ें और पंजों को जमीन पर टिका लें। अब सांस भरते हुए धीरे-धीरे अपनी कमर और कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं, जब तक कि आपका शरीर कंधों और पैरों पर एक सीध में न आ जाए। कुछ सेकंड रुककर वापस आएं।
  • फायदा: यह कमर, कूल्हों और जांघों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पीठ दर्द से राहत दिलाता है।

4. वक्रासन (Twisted Pose)

  • क्या है ये: शरीर को मोड़ने वाला यह एक बैठकर किया जाने वाला आसन है।
  • कैसे करें: पैरों को सामने फैलाकर बैठ जाएं। दाएं पैर को मोड़कर बाएं घुटने के पास रखें। अब कमर को दाईं ओर घुमाएं और बाएं हाथ को दाएं घुटने के ऊपर से लाकर दाएं पंजे को पकड़ें। गर्दन को भी दाईं ओर घुमाएं। इसी तरह दूसरी तरफ से भी करें।
  • फायदा: यह आसन रीढ़ की हड्डी के साथ-साथ पेट के अंगों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह कमर की जकड़न को दूर करता है।

5. अर्ध-शलभासन (Half Locust Pose)

  • क्या है ये: 'शलभ' का मतलब टिड्डा। यह शलभासन का एक सरल रूप है।
  • कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं, ठोड़ी जमीन पर टिकी हो और हथेलियां जांघों के नीचे हों। अब सांस भरते हुए बिना घुटना मोड़े, अपने दाएं पैर को जितना हो सके ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड रुककर वापस आएं। यही प्रक्रिया बाएं पैर से भी करें।
  • फायदा: यह साइटिका और कमर के निचले हिस्से के दर्द में बहुत लाभकारी है।

एक जरूरी सलाह:

इन योगासनों की शुरुआत किसी एक्सपर्ट की देखरेख में करें। अगर आपको कमर में कोई गंभीर चोट या समस्या है, तो कोई भी आसन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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