MSME Uttar Pradesh : योगी सरकार का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर फोकस, अब प्रदेश की आर्थिक तस्वीर बदलेगी
News India Live, Digital Desk: उत्तर प्रदेश को 'उत्तम प्रदेश' बनाने की दिशा में योगी सरकार तेज़ी से काम कर रही है, और अर्थव्यवस्था को नई गति देने के लिए अब मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. राज्य सरकार ने साल 2025-26 तक विनिर्माण क्षेत्र (मैन्युफैक्चरिंग) में 5 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है. इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नए निवेश, प्रोत्साहन नीतियों और ढांचागत विकास पर जोर दिया जा रहा है.
सरकार का लक्ष्य और रणनीति:
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की अहम भूमिका है. सरकार इस क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देकर राज्य को देश का प्रमुख विनिर्माण हब बनाना चाहती है.
- 5 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य: 2025-26 तक मैन्युफैक्चरिंग में 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश और उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है. यह लक्ष्य उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के सरकार के व्यापक विजन का एक अहम हिस्सा है.
- नई निवेश नीतियाँ: सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नई और आकर्षक नीतियाँ बना रही है. इसमें 'इज ऑफ डूइंग बिजनेस' (Ease of Doing Business) को बढ़ावा देना, सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम (Single Window Clearance System) लागू करना, और निवेशकों को वित्तीय प्रोत्साहन (Financial Incentives) देना शामिल है.
- फोकस सेक्टर: इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग, एयरोस्पेस और डिफेंस, फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, एमएसएमई (MSME) और फार्मास्युटिकल्स जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. ये वे सेक्टर हैं जहाँ उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाएं मौजूद हैं.
- ढांचागत विकास: सड़कों, बिजली, लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक पार्कों जैसे बुनियादी ढांचों को मजबूत किया जा रहा है, ताकि निवेशकों को बेहतर माहौल मिल सके. नए एक्सप्रेसवे, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसी परियोजनाएँ निवेशकों के लिए राज्य को और आकर्षक बना रही हैं.
- रोज़गार सृजन: मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश बढ़ने से बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य की बेरोजगारी दर में कमी आएगी और स्थानीय लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा.
- वैश्विक मंच पर पहचान: उत्तर प्रदेश वैश्विक निवेश सम्मेलनों और रोड शो के ज़रिए दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित कर रहा है, जिससे राज्य की पहचान एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में बन सके.
यह पहल न केवल उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति को तेज़ करेगी, बल्कि यह 'आत्मनिर्भर भारत' और 'मेक इन इंडिया' जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं को भी मजबूती प्रदान करेगी. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर एक नया अध्याय लिख सकता है.
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