गुर्दे की क्षति: गुर्दे खराब होने पर मूत्र में ये 3 लक्षण दिखाई देते हैं! इन्हें बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें
गुर्दे मानव शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं। यदि ये खराब हो जाते हैं, तो पूरे शरीर का स्वास्थ्य खतरे में पड़ जाता है। अमेरिका के नेशनल किडनी फाउंडेशन (एनकेएफ) की एक रिपोर्ट के अनुसार, गुर्दे के स्वास्थ्य को गंभीरता से लेना चाहिए। विशेष रूप से यदि आपको उच्च रक्तचाप, मधुमेह, गुर्दे की विफलता का पारिवारिक इतिहास है या आपकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, तो इन कारणों से आपको गुर्दे की बीमारी होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे लोगों को हर साल अपने गुर्दे की जांच करानी चाहिए।
किडनी फेल होने के लक्षण क्या हैं?
एनकेएफ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जोसेफ वासालोटी ने रिपोर्ट में बताया कि किडनी की बीमारी के कुछ लक्षण होते हैं। लेकिन कभी-कभी लोग इसे अन्य बीमारियों से जोड़ देते हैं। इसके अलावा, किडनी की बीमारी के लक्षण आमतौर पर बाद के चरणों तक महसूस नहीं होते हैं। इसलिए, किडनी फेल होने या पेशाब में अत्यधिक प्रोटीन निकलने तक इसका पता नहीं चलता।
बार-बार पेशाब आना:
अगर आपको बार-बार पेशाब करने की ज़रूरत महसूस होती है, खासकर रात में, तो यह किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। किडनी के फ़िल्टर में खराबी आने पर बार-बार पेशाब करने की ज़रूरत महसूस होती है। पुरुषों में कभी-कभी यह मूत्र संक्रमण या बढ़े हुए प्रोस्टेट का भी संकेत हो सकता है। लेकिन फिर भी, आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके जांच करवानी चाहिए।
पेशाब में खून आना:
स्वस्थ गुर्दे सामान्यतः रक्त से अपशिष्ट पदार्थों को छानते हैं और पेशाब बनाने के लिए रक्त कोशिकाओं को शरीर में ही रखते हैं, लेकिन जब गुर्दे का फिल्टर क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो रक्त कोशिकाएं पेशाब में रिसने लगती हैं और पेशाब में खून दिखाई देने लगता है। गुर्दे की बीमारी के अलावा, पेशाब में खून आना ट्यूमर, गुर्दे की पथरी या संक्रमण का भी संकेत हो सकता है।
पेशाब में झाग:
अगर आपके पेशाब में बहुत ज्यादा झाग दिखाई दे, तो यह प्रोटीन की मौजूदगी का संकेत हो सकता है। यह झाग बिल्कुल वैसा ही दिखता है जैसा अंडा तोड़ने पर बनता है, क्योंकि पेशाब में पाया जाने वाला प्रोटीन एल्ब्यूमिन अंडे में भी पाया जाता है। इसलिए इसे गंभीरता से लें और तुरंत किसी किडनी विशेषज्ञ से जांच करवाएं।
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