किडनी की पथरी से तड़प रहे हैं? ये हरा पत्ता चुपके से कर सकता है आपकी सर्जरी की छुट्टी

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News India Live, Digital Desk: किडनी स्टोन यानी गुर्दे की पथरी का दर्द... जिसने सहा है, बस वही जानता है कि यह कितनी भयानक चीज है। कभी-कभी तो दर्द इतना तेज़ होता है कि इंसान जमीन पर लेटने को मजबूर हो जाता है।

डॉक्टर के पास जाओ, तो अक्सर बात सर्जरी तक पहुँच जाती है और हजारों का खर्चा सामने खड़ा हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे आसपास कुदरत ने कुछ ऐसी चीजें दी हैं जो बड़ी से बड़ी बीमारी को हराने की ताकत रखती हैं?

इन्हीं में से एक है  पत्थरचट्टा (Patharchatta)

हो सकता है यह पौधा आपके घर की बालकनी या छत पर किसी गमले में लगा हो, और आप इसे सिर्फ एक सजावटी पौधा मानकर इग्नोर कर रहे हों। लेकिन आयुर्वेद में इसे पथरी का काल माना जाता है। इसे 'भस्मपथरी' या 'पाषाणभेद' भी कहते हैं, जिसका सीधा मतलब है  पत्थर को तोड़ने वाला।

चलिए, सीधी बात करते हैं कि आखिर यह पत्ता काम कैसे करता है और आपको इसका इस्तेमाल कैसे करना है।

पत्थरचट्टा ही क्यों? यह कैसे काम करता है?

पत्थरचट्टा के पत्ते देखने में थोड़े मोटे और रसीले होते हैं। इसका स्वाद हल्का खट्टा और नमकीन सा होता है। इसके अंदर कुछ खास तरह के औषधीय गुण होते हैं जो किडनी में जमा सख्त पथरी (कैल्शियम ऑक्सालेट) को धीरे-धीरे तोड़कर पाउडर या छोटे कणों में बदल देते हैं।

जब यह टूट जाते हैं, तो पेशाब के जरिए आसानी से शरीर से बाहर निकल जाते हैं। इतना ही नहीं, यह प्रोस्टेट ग्रंथि और पेशाब में जलन की समस्या में भी बहुत राहत देता है।

इसका इस्तेमाल कैसे करें? (How to Use)

इसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है। आपको कोई लंबी-चौड़ी रेसिपी नहीं बनानी है। यहाँ दो सबसे असरदार तरीके दिए गए हैं:

1. सबसे आसान तरीका: चबाकर खाएं
अगर आपकी पथरी अभी शुरुआती स्टेज में है या छोटी है:

  • सुबह उठकर फ्रेश हो जाएं।
  • पत्थरचट्टा के 2 मध्यम आकार के पत्ते लें और उन्हें अच्छे से धो लें।
  • इन्हें खाली पेट चबा-चबाकर खाएं।
  • ऊपर से एक गिलास गुनगुना पानी पी लें।
  • टिप: इसका स्वाद खट्टा होता है, इसलिए खाने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती।

2. अगर चबाना मुश्किल लगे: रस (Juice) बनाकर
कुछ लोगों को पत्ता सीधा खाना पसंद नहीं आता, वे यह तरीका अपना सकते हैं:

  • 2-3 पत्तों को पीसकर एक चम्मच रस निकाल लें।
  • इस रस में एक चुटकी 'सौंठ का पाउडर' (सूखी अदरक) मिला लें।
  • इसे पी लें और पानी पी लें। यह पेट दर्द में भी काफी आराम देता है।

3. काली मिर्च के साथ (पुराने नुस्खे)
गांवों में अक्सर बुजुर्ग सलाह देते हैं कि पत्थरचट्टा के पत्ते के साथ 1-2 दाने काली मिर्च और थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पीसकर पीने से भी पथरी जल्दी बाहर आती है।

कुछ जरूरी सावधानियां (Note)

आयुर्वेदी नुस्खे असरदार होते हैं, लेकिन जादुई नहीं। थोड़ा संयम और सावधानी जरूरी है।

  • लगातार सेवन: इसे कम से कम 15-20 दिन तक लगातार लेकर देखें।
  • साइज (Size) मायने रखता है: अगर पथरी बहुत बड़ी है या दर्द बर्दाश्त के बाहर है, तो सिर्फ घरेलू नुस्खों के भरोसे न बैठें। तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। यह नुस्खा छोटी और मध्यम आकार की पथरी के लिए सबसे बेस्ट है।
  • परहेज: अगर आप पथरी के मरीज हैं, तो बीज वाली चीजें (जैसे टमाटर, बैंगन) और पालक थोड़ा कम खाएं और पानी... जी हाँ, पानी जितना हो सके उतना पिएं।

तो अगर आप भी दवाइयां खा-खाकर थक चुके हैं, तो एक बार कुदरत के इस डॉक्टर पर भरोसा करके देखिये। शायद यह छोटा सा पत्ता आपकी बड़ी परेशानी हल कर दे!

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